NewsBy-Pulse24 News Desk
खामगांव , महाराष्ट्र – खामगांव में एक फ़िल्मी कहानी को भी मात देने वाली घटना सामने आई है। चोरी के मामले से दो वर्ष पूर्व हुई हत्या का राज सुलझ गया है।
अवैध संबंधों में बाधा बनने पर हुई हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटनाक्रम इस प्रकार से है कि , एक व्यक्ति अचानक लापता हो जाता है, रिश्तेदार हर जगह उसे ढूंढते हैं, लेकिन वह कहीं नहीं मिलता। पुलिस इसे मिसिंग केस के रूप में दर्ज करती है और मामला ठंडे बस्ते में चला जाता है।
दो साल बीत जाते हैं, फिर अचानक एक छोटे से चोरी के मामले में पकड़ा गया आरोपी कबूल करता है कि उसने अवैध संबंधों के चलते लापता व्यक्ति की हत्या की है। यह घटना किसी बॉलीवुड फिल्म की कहानी को भी पीछे छोड़ देने वाली है। यह सनसनीखेज मामला महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के खामगांव तहसील के गणेशपुर गांव से सामने आया है।
खामगांव तहसील के गणेशपुर के रहने वाले और अमडापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में क्लर्क के पद पर कार्यरत नंदू श्रीराम धंदरे (42 वर्ष) दो साल पहले लापता हो गए थे। इस बीच, गणेशपुर की एक आंगनवाड़ी में पोषण आहार चोरी के मामले में संदिग्ध दीपक ढोके को पुलिस ने हिरासत में लिया। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की, तो वह टालमटोल करने लगा। लेकिन पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो दीपक ने कबूल किया कि उसने लापता नंदू धंदरे की हत्या की थी।
चूंकि दीपक पहले से मिसिंग केस में संदिग्ध था, पुलिस ने नंदू धंदरे के बारे में पूछताछ की। शुरुआत में उसने फिर से बहाने बनाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस की सख्ती के बाद उसने खुलासा किया कि उसने और अतुल कोकरे ने मिलकर पहले नंदू को फावड़े से मारा और फिर उसे खींचकर तूर के खेत में फेंक दिया।
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दीपक ने आगे बताया कि एक रिश्तेदार की विधवा पत्नी के साथ अवैध संबंधों के चलते नंदू उसकी राह का कांटा बन गया था। इसलिए उन्होंने उसकी हत्या कर उसका शव गणेशपुर-उंद्री रोड पर उसके खेत में दफना दिया। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने घटनास्थल पर खुदाई की, जहां से नंदू श्रीराम धंदरे का कंकाल बरामद हुआ।