आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा के नरहरिया ग्राम सभा के ग्राम प्रधान भोला उर्फ ईश्वर जायसवाल का एक और कारनामा आया सामने।
धनंजय कुमार पाण्डेय, कुशीनगर
✓ आकांक्षात्मक ब्लॉक विशुनपुरा के कुछ ग्राम सभाओं में मनरेगा बना मजाक।
✓ ग्राम सभा नरहरिया में मनरेगा मजदूरी के नाम पर हो रहा बड़ा खेल।
✓ ग्राम सभा नरहरिया के प्रधान ईश्वर जायसवाल के पुत्र सिकन्दर जायसवाल ने मनरेगा मजदूरी में जमकर किया है घोटाला।
✓ महीनों घर से बाहर रहने वाले लोगों के खाते में भी जा रहा है मनरेगा मजदूरी का पैसा।
✓ मेरठ में काम कर रहे विनोद नाम के कथित मनरेगा मजदूर के नाम से 100 दिनों का भरा गया है मस्टरोल।
✓ ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए सरकार की योजना मनरेगा का बना मजाक।
कुशीनगर। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश सरकार ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति दिन प्रति दिन सुधारने में लगी हुई है वहीं दूसरी तरफ ग्राम प्रधान, सचिव एवं रोजगार सेवकों द्वारा ऐसी योजनाओं को का धड़ल्ले से मजाक बनाते हुए उस योजनाओं को तार तार करने में लगे हुए है जिसका जीता जागता नमूना विशुनपुरा ब्लॉक का ग्राम सभा नरहरिया है।
बताते चलें कि जनपद कुशीनगर के आकांक्षात्मक ब्लॉक में स्थित ग्राम सभा नरहरीया के ग्राम प्रधान के कारनामें रुकने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। अभी कुछ महीने पहले ही ग्राम सभा में स्थित पोखरे के सुंदरीकरण के काम को लेकर ग्रामीणों ने शिकायत की थी जिसकी जांच के नाम पर ब्लॉक ने जमकर लीपापोती करते हुए मामले को ठंडे बस्ते में बंद कर दिया। लेकिन इसके बावजूद भी ग्राम प्रधान ईश्वर जयसवाल के कारनामे बंद होने का नाम नहीं ले रहे हैं।
✓ क्या है ग्राम सभा नरहरिया का ताजा मामला
ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम सभा में जिन लोगों ने कभी मनरेगा जैसे योजनाओं में काम ही नहीं किया है उनके खाते में ग्राम प्रधान और रोजगार सेवक की मिली भगत से रोजाना कहीं ना कहीं काम दिखाकर कई लोगों के खाते में पैसा भेजा जा रहा है और ग्राम प्रधान के लड़के सिकंदर जयसवाल के द्वारा मोबाइल एप के जरिए लोगों को दो दो सौ रुपए का लालच देकर उनके खाते से पैसा निकल कर आपसी बंदर बांट कर लिया जा रहा है। वहीं लोगों ने ग्राम प्रधान पर आरोप लगाते हुए ये भी बताया गया है कि ग्राम सभा में ऐसे कई लोग हैं जो सालों साल देश के अन्य प्रदेशों में रहते हैं लेकिन ग्राम प्रधान द्वारा उन लोगों से बात कर अपनी सेटिंग करके उनके खाते में भी मनरेगा का पैसा भेजते हुए कुछ मामूली लालच देकर उनके खाते से मनरेगा जैसे महत्वाकांक्षी योजनाएं को भी मजाक बना दिया जा रहा है ग्राम सभा में कई लोग ऐसे हैं जो बाहर रहते हैं और परिवार में उनका ज्वाइंट खाता है पुरुष बाहर रहते हैं और महिलाओं से अंगूठा लगवाकर पैसा निकलवा लिया जाता है इस क्रम में ग्राम सभा में विनोद नाम का एक व्यक्ति है जो सालों साल मेरठ में रहकर काम करता है उस व्यक्ति ने टेलीफोनिक वार्ता बताया कि मैं कुछ दिन पोखरे के सुंदरीकरण के काम में ही रहा हूं इससे ज्यादा और जानकारी उससे मांगी जाए उसने फोन काट दिया। अब ऐसे में सरकारी की नई योजनाएं किस तरह धरातल पर सही साबित होंगी और लोगों की स्थितियां कब सुधरेगी ये कह पाना खास कर कुशीनगर जनपद में कठिन हो जाता है।