News By:Pulse24 News Desk
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता राम माधव ने बुधवार को एक बड़ा और गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की प्रमुख राजनीतिक पार्टियां, जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (जेकेएनसी) और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), आगामी विधानसभा चुनावों में पूर्व उग्रवादियों का इस्तेमाल कर रही हैं। इस आरोप ने चुनावी माहौल में एक नई हलचल पैदा कर दी है, खासकर तब जब राज्य में चुनावों को लेकर पहले से ही चर्चाएं गर्म हैं। माधव ने यह बयान श्रीनगर के खानमो इलाके में दिया, जहां वे एक भाजपा नेता के नामांकन पत्र दाखिल कराने के लिए मौजूद थे।
चुनावों का ऐतिहासिक महत्व
राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में होने वाला यह चुनाव ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि लंबे समय के बाद क्षेत्र में लोकतांत्रिक प्रक्रिया पुनर्जीवित हो रही है। उन्होंने इस चुनाव को एक महत्वपूर्ण मोड़ के रूप में देखा, जिसमें जम्मू-कश्मीर के लोग पुरानी राजनीतिक व्यवस्थाओं को खारिज करेंगे और नई विचारधारा एवं नए नेताओं का समर्थन करेंगे। माधव ने यह भी कहा कि यह चुनाव जम्मू-कश्मीर में एक नए राजनीतिक अध्याय की शुरुआत करेगा, जिसमें शांति और विकास को प्राथमिकता दी जाएगी।
वंशवादी राजनीति पर हमला
माधव ने जम्मू-कश्मीर में वंशवादी राजनीति की भी कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि पिछले तीन दशकों से अधिक समय से जम्मू-कश्मीर के लोग वंशवादी राजनेताओं के द्वारा शोषित होते रहे हैं, और अब समय आ गया है कि लोग उन नेताओं को सत्ता से बेदखल करें जिन्होंने उन्हें दशकों तक पीड़ित किया है। माधव ने स्पष्ट रूप से कहा कि भाजपा की सरकार बनते ही क्षेत्र के राजनीतिक परिदृश्य में बदलाव आएगा और एक नई विधानसभा एवं सरकार का गठन होगा जो जम्मू-कश्मीर के विकास और शांति के लिए काम करेगी।
भाजपा की चुनावी तैयारी और दावा
राम माधव ने यह दावा भी किया कि भाजपा इस बार भारी बहुमत से जीत दर्ज करेगी और जम्मू-कश्मीर में सरकार बनाएगी। उन्होंने कहा कि पार्टी के पास ऐसा नेतृत्व है जो विकास और शांति को प्राथमिकता देता है, और लोग अब उन नेताओं को मौका देना चाहते हैं जो उनकी वास्तविक समस्याओं को समझते हैं और उनके समाधान के लिए काम करने का माद्दा रखते हैं। माधव ने जोर देकर कहा कि भाजपा की सरकार बनने पर जम्मू-कश्मीर के विकास के लिए विशेष योजनाएं लाई जाएंगी, जिससे क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
युवाओं की भूमिका पर जोर
राम माधव ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के युवा इस चुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने कहा कि युवा मतदाता बड़ी संख्या में आगे आ रहे हैं और वे इस चुनाव के माध्यम से क्षेत्र को वंशवादी राजनीति से मुक्त कराएंगे। माधव ने विश्वास जताया कि युवा मतदाता भाजपा को अपना समर्थन देंगे क्योंकि पार्टी ने उन्हें एक बेहतर भविष्य का वादा किया है। भाजपा का मानना है कि युवा वर्ग ही वह ताकत है जो जम्मू-कश्मीर को नए रास्ते पर ले जा सकती है।
पूर्व उग्रवादियों के इस्तेमाल का आरोप
माधव के बयान का सबसे संवेदनशील पहलू उनका आरोप था कि जेकेएनसी और पीडीपी चुनाव जीतने के लिए पूर्व उग्रवादियों का सहारा ले रही हैं। यह आरोप निश्चित रूप से चुनावी माहौल को और भी गर्म कर देगा, क्योंकि यह सीधे तौर पर उन पार्टियों की नीतियों और उनके तरीकों पर सवाल उठाता है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि इन आरोपों पर जेकेएनसी और पीडीपी की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है और वे इस मुद्दे को कैसे संभालते हैं।
जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक परिदृश्य
जम्मू-कश्मीर का राजनीतिक परिदृश्य हमेशा से ही जटिल और संवेदनशील रहा है। यहां की राजनीति में वंशवादी पार्टियों का लंबे समय तक दबदबा रहा है, लेकिन पिछले कुछ सालों में यहां की राजनीति में नए खिलाड़ियों का उभरना देखने को मिला है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद से जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक और सामाजिक बदलाव की प्रक्रिया तेज हो गई है, और यह चुनाव इस परिवर्तन की दिशा को और स्पष्ट करेगा।
राम माधव का यह बयान चुनावी माहौल में एक नया मोड़ ला सकता है। उनके आरोपों से यह साफ है कि भाजपा जम्मू-कश्मीर में सत्ता हासिल करने के लिए पूरी तरह से तैयार है और वह अपनी विरोधी पार्टियों पर आक्रामक रुख अपनाने से पीछे नहीं हटेगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनावों में कौन सी पार्टी जनता का विश्वास जीतने में कामयाब होती है और जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक भविष्य का निर्धारण करती है। इस बीच, चुनावी प्रचार में और भी तीखापन आने की संभावना है, और यह चुनाव वास्तव में जम्मू-कश्मीर के लिए ऐतिहासिक साबित हो सकता है।