News By:Pulse24 News Desk
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने चुनावी अभियान के तहत आज जम्मू-कश्मीर का दौरा किया, जहां उन्होंने एक विशाल रैली को संबोधित किया। इस दौरान राहुल गांधी ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कदम जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा बहाल करना होगा।
राज्य का दर्जा बहाल करने की मांग
राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा कि उनकी पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन का मकसद जम्मू-कश्मीर को उसका पुराना राज्य का दर्जा वापस दिलाना है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस हमेशा से यह चाहती थी कि जम्मू-कश्मीर में चुनाव तभी हों, जब इसे फिर से राज्य का दर्जा मिल जाए। लेकिन बीजेपी ने इस प्रक्रिया में रुकावट डाली और इसे टालने की कोशिश की। राहुल गांधी ने कहा, “हम चाहते थे कि आपको चुनाव से पहले राज्य का दर्जा मिले और चुनाव जम्मू-कश्मीर के राज्य बनने के बाद हों। लेकिन बीजेपी ऐसा नहीं चाहती।” उनके इस बयान ने एक बार फिर से जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचा दी है।
‘इंडिया’ गठबंधन का दबाव
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ता रहेगा। उन्होंने कहा कि गठबंधन जम्मू-कश्मीर को फिर से राज्य का दर्जा दिलाने के लिए बीजेपी पर दबाव बनाएगा। उनका मानना है कि यह केवल एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है, बल्कि जम्मू-कश्मीर के लोगों की पहचान और उनके संवैधानिक अधिकारों का सवाल है। राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी और ‘इंडिया’ गठबंधन इस मुद्दे पर किसी भी तरह का समझौता नहीं करेंगे और उनकी पूरी कोशिश रहेगी कि राज्य का दर्जा जल्द से जल्द बहाल किया जाए।
बीजेपी पर निशाना
राहुल गांधी ने बीजेपी की नीतियों की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ अन्याय किया है और उनकी राजनीतिक और सामाजिक स्थिति को कमजोर करने का प्रयास किया है। राहुल ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी केवल सत्ता में बने रहने के लिए ऐसे फैसले ले रही है, जो देश की एकता और अखंडता के लिए हानिकारक हैं।
राहुल गांधी के इस दौरे से जम्मू-कश्मीर की राजनीति में एक नया मोड़ आ सकता है। कांग्रेस का जोर अब इस बात पर है कि राज्य का दर्जा बहाल हो और इसके लिए उन्होंने ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोग से एक व्यापक रणनीति तैयार करने का संकल्प लिया है। आने वाले समय में इस मुद्दे पर राजनीतिक दलों के बीच टकराव और भी बढ़ सकता है, लेकिन राहुल गांधी ने यह साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी जम्मू-कश्मीर के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ाई जारी रखेगी।