News By:Pulse24 News Desk
टोडाभीम : राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) टोडाभीम में मरीजों की बढ़ती संख्या और गंदगी के कारण स्थिति अत्यंत गंभीर हो गई है। स्वास्थ्य केंद्र पर रोजाना 1200 मरीज ओपीडी में आते हैं, लेकिन यहां की गंदगी और खराब सुविधा ने मरीजों को अत्यधिक परेशान कर दिया है।
गंदगी और साफ-सफाई की समस्या
टोडाभीम कस्बे के बालाजी रोड पर स्थित इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में गंदगी का आलम यह है कि जगह-जगह कचरे के ढेर लगे हुए हैं। मौसमी बीमारियों, जैसे खांसी, जुखाम और बुखार से ग्रसित मरीजों की लंबी कतारें यहां रोज देखने को मिलती हैं। अस्पताल के अंदर पेड़ों के नीचे मरीज लेटे हुए हैं, जबकि पर्ची काउंटर पर उन्हें आधे घंटे तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। इसके बावजूद डॉक्टरों का कोई ध्यान नहीं है।
अस्पताल में शौचालय की स्थिति
स्वच्छता के मामले में अस्पताल की स्थिति और भी चिंताजनक है। अस्पताल के शौचालयों की हालत अत्यंत खराब है। मरीजों को शौचालयों में गंदगी और बदबू के कारण कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उच्च अधिकारियों और प्रशासन की ओर से इस समस्या पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। मरीजों को साफ-सफाई की सुविधाओं की अत्यंत कमी है, जिससे उनकी स्थिति और खराब हो रही है।
डॉक्टरों और अधिकारियों की लापरवाही
टोडाभीम के ब्लॉक सीएमएचओ, देवी सहाय मीणा से जब अस्पताल की गंदगी और साफ-सफाई के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने इस मुद्दे पर कोई भी स्पष्ट जवाब देने से इनकार कर दिया। उनके मुताबिक, गंदगी की समस्या है, लेकिन पत्रकारों को जवाब देने की बजाय उन्होंने चुप्पी साधी। इसके अलावा, मुख्यमंत्री की निशुल्क योजना काउंटर पर भी गंदगी का साम्राज्य है। पानी की व्यवस्था की स्थिति भी खराब है, जिससे मरीजों को और भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डॉक्टरों ने मीडिया के सामने अपनी बात रखने से भी इनकार कर दिया और कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया।
जनता की समस्या और प्रशासन की अनदेखी
हर सुबह ओपीडी के समय 1000 मरीजों की भारी भीड़ होती है, लेकिन गंदगी और खराब सुविधा के कारण मरीजों की समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। अस्पताल में डबल इंजन सरकार होने के बावजूद, प्रशासन और डॉक्टरों की ओर से किसी भी सुधार की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। उपखंड अधिकारी सुनीता मीणा की अनदेखी के कारण मरीजों की समस्याएं और भी बढ़ गई हैं। मौसमी बीमारियों के चलते स्थिति और भी गंभीर हो गई है, लेकिन अधिकारी और डॉक्टरों की लापरवाही के कारण मरीजों को कोई राहत नहीं मिल रही है।
राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र टोडाभीम में गंदगी और लापरवाही की स्थिति बहुत ही गंभीर है। मरीजों को गंदगी, खराब सुविधा, और प्रशासन की अनदेखी का सामना करना पड़ रहा है। यदि जल्द ही इस स्थिति में सुधार नहीं किया गया, तो यह समस्या और भी बिगड़ सकती है। मरीजों के स्वास्थ्य और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए प्रशासन को तत्काल ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।