News By:Pulse24 News Desk
जैसीनगर, 5 सितंबर: जिले के तहसील जैसीनगर के शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल सेमरा गोपालमन में एक गंभीर समस्या उजागर हुई है। स्कूल की हाल ही में की गई एक जांच में पता चला कि स्कूल के 15 सदस्यीय शिक्षक स्टाफ में से केवल एक ही शिक्षक उपस्थित था, जबकि 14 अन्य शिक्षक समय पर स्कूल नहीं पहुंचे। इस स्थिति ने छात्रों के भविष्य को प्रभावित करने की चिंता जताई है।
घटना का विवरण:
स्कूल का दौरा करते हुए रिपोर्टर ने पाया कि स्कूल के निर्धारित समय 10:30 बजे तक केवल पीयूष यादव नामक शिक्षक ही उपस्थित थे। अन्य 14 शिक्षक अनुपस्थित थे। पीयूष यादव ने बताया कि अन्य शिक्षक किसी कारणवश देर से आ रहे होंगे। उन्होंने स्वीकार किया कि एक या दो शिक्षक के लेट होने पर शायद समझा जा सकता है, लेकिन 14 शिक्षक का एकसाथ अनुपस्थित होना एक गंभीर मुद्दा है।
जांच की स्थिति:
रिपोर्टर की टीम ने स्कूल में 11:30 बजे तक उपस्थित रहने के बाद स्थिति की गंभीरता को समझा और माननीय शिक्षा अधिकारी से संपर्क किया। शिक्षा अधिकारी ने कहा कि वह इस मामले की जांच करेंगे और खुद स्कूल का दौरा करेंगे। उन्होंने स्थिति को संज्ञान में लेते हुए स्कूल के शिक्षकों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया है।
प्रभाव:
इस मामले में केवल एक शिक्षक के उपस्थित होने की स्थिति में छात्रों की पढ़ाई और उनके भविष्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। यह गंभीर चिंता का विषय है कि स्कूल के समय पर अधिकांश शिक्षक अनुपस्थित रहे, जिससे छात्रों को उचित शिक्षा और दिशा नहीं मिल पा रही है।
आगे की कार्रवाई:
माननीय शिक्षा अधिकारी ने कहा कि वह शीघ्र ही इस मुद्दे की जांच करेंगे और आवश्यक कदम उठाएंगे। उन्होंने आश्वस्त किया कि स्कूल में शिक्षकों की उपस्थिति और उनके समय पर रिपोर्टिंग की जांच की जाएगी। इस मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसी समस्याएं भविष्य में न उत्पन्न हों और छात्रों की शिक्षा सुनिश्चित की जा सके।
समाज की प्रतिक्रिया:
इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय समाज और अभिभावकों में गहरी चिंता देखी जा रही है। लोगों का कहना है कि शिक्षकों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करना और बच्चों के भविष्य की रक्षा करना सबसे महत्वपूर्ण है। वे शिक्षा अधिकारी से मांग कर रहे हैं कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जाए और शीघ्र समाधान निकाला जाए।
शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल सेमरा गोपालमन में शिक्षकों की अनुपस्थिति एक गंभीर मुद्दा है जो न केवल छात्रों की शिक्षा को प्रभावित कर रहा है बल्कि शिक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता पर भी प्रश्न उठाता है। शिक्षा अधिकारी की त्वरित कार्रवाई से उम्मीद है कि इस समस्या का समाधान निकलेगा और स्कूल की शिक्षा व्यवस्था में सुधार होगा।