News By:Pulse24 News Desk
गांधीनगर जिले के देहगाम तालुका का वासना राठौड़ गांव इन दिनों एक गंभीर संकट का सामना कर रहा है। गांव के चारों ओर भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे ग्रामीणों के लिए जीना मुश्किल हो गया है। बारिश के पानी ने पूरे गांव को घेर लिया है, जिससे वहां रहने वाले लोगों का बाहरी दुनिया से संपर्क लगभग कट गया है। यदि बारिश इसी तरह जारी रही तो गांव का मुख्य सड़क संपर्क पूरी तरह टूटने का खतरा मंडरा रहा है।
गांव की स्थिति अत्यंत नाजुक
वासना राठौड़ गांव की मौजूदा स्थिति अत्यंत गंभीर है। गांव के चारों तरफ पानी भर जाने के कारण, ग्रामीणों के लिए बाहर निकलना बेहद कठिन हो गया है। एक ओर जहां बड़ा जलुंद्रा जाना असंभव हो गया है, वहीं दूसरी ओर वडोदरा पार्टी की दिशा में भी रास्ता बंद हो गया है। देहगाम जाने के लिए मुख्य सड़क पर कमर तक पानी भर गया है, जिससे ग्रामीणों का आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया है। इंदिरा नगर क्षेत्र में बाढ़ का पानी इस कदर भर गया है कि यहां रहने वाले लोगों के घरों के अंदर भी पानी घुस गया है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि यदि रात में भारी बारिश होती है, तो पूरे गांव में संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। गांव के निचले इलाकों में बसे लोगों की स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।
विधायक बलराज सिंह चौहान का दौरा और राहत कार्य
स्थानीय विधायक बलराज सिंह चौहान ने शनिवार को वासना राठौड़ गांव का दौरा किया। ग्रामीणों की स्थिति को देखते हुए, उन्होंने ट्रैक्टर के माध्यम से गांव का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। गांव की मुख्य सड़कों पर पानी भरने और बाढ़ की गंभीर स्थिति देखकर विधायक स्वयं हैरान रह गए। उन्होंने तुरंत ही गांव के कुछ मजदूर परिवारों के घरों का दौरा किया और उनके लिए भोजन और नाश्ते की व्यवस्था की। इसके अलावा, निचले इलाकों से कुछ लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए प्रशासन की मदद से राहत कार्य शुरू किए गए। विधायक ने यह भी सुनिश्चित किया कि जरूरतमंद परिवारों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराई जाए और उन्हें किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े।
मुख्य सड़क पर पानी भरने से खतरा बढ़ा
वर्तमान स्थिति में वासना राठौड़ से हरसोली जाने वाली मुख्य सड़क पर पानी भर चुका है। यदि बारिश जारी रहती है, तो इस सड़क का भी संपर्क पूरी तरह से कट सकता है। इस स्थिति से गांव के लोगों के लिए और भी बड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। गांव के निवासी अब असमंजस में हैं और उन्हें डर है कि यदि स्थिति और बिगड़ी, तो वे पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कट जाएंगे।
गांव के निवासियों की चिंता और प्रशासन की चुनौती
गांव के निवासियों ने बताया कि उन्होंने इससे पहले इतनी भयावह स्थिति कभी नहीं देखी थी। प्रशासन के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती यह है कि गांव के लोगों को सुरक्षित रखा जाए और उन्हें आवश्यक सहायता समय पर पहुंचाई जाए। ग्रामीणों को इस समय जिस चीज की सबसे अधिक जरूरत है, वह है तत्काल राहत और सहायता। प्रशासन ने इस स्थिति पर नजर रखी हुई है और गांव में राहत सामग्री पहुंचाने और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ग्रामीणों की अपील
वासना राठौड़ के निवासियों ने सरकार और प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द उनके गांव की स्थिति को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। ग्रामीणों का कहना है कि अगर बारिश की स्थिति और बिगड़ी, तो वे पूरी तरह से असहाय हो जाएंगे। इस गंभीर स्थिति के मद्देनजर, प्रशासन को समय रहते प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि गांव को किसी भी प्रकार की आपदा से बचाया जा सके। उम्मीद की जा रही है कि आगामी दिनों में स्थिति में सुधार होगा और गांव के लोग अपने सामान्य जीवन में लौट सकेंगे।
खबरें मिल रही हैं कि प्रशासन लगातार गांव की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।