बलरामपुर जिले में अवैध रेत खनन पर बड़ी कार्रवाई: दो ट्रैक्टर जप्त, तीन फरार

बलरामपुर जिले में अवैध रेत खनन पर बड़ी कार्रवाई: दो ट्रैक्टर जप्त, तीन फरार

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छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के विकासखंड कुसमी में रेत माफियाओं द्वारा अवैध खनन और परिवहन की गतिविधियों पर प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई की है। बेनगंगा और गलफुला नदियों में चल रहे अवैध रेत खनन के मामले में नायब तहसीलदार ने दो ट्रैक्टर जप्त किए हैं, जबकि दो अन्य ट्रैक्टर के बारे में सूचना मिली है कि वे फरार हो गए हैं।

अवैध रेत खनन की गतिविधियाँ
बलरामपुर जिले के कुसमी क्षेत्र में रेत माफियाओं ने बेनगंगा और गलफुला नदियों से अवैध रूप से रेत का खनन किया है, जबकि इस क्षेत्र में रेत खनन पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है। इसके बावजूद, ठेकेदार और ट्रैक्टर मालिकों द्वारा रेत का अवैध खनन और परिवहन जारी है, जिससे स्थानीय पर्यावरण और नदी के पारिस्थितिकी तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

प्रशासनिक कार्रवाई
आज नायब तहसीलदार के नेतृत्व में एक टीम ने अवैध रेत परिवहन में शामिल दो ट्रैक्टरों को जप्त किया। जप्त किए गए ट्रैक्टरों में से एक लक्ष्मण नटवर नगर का था और दूसरा तैयब नोडीहा का था। इसके अलावा, तीसरा ट्रैक्टर, जो शन्ना के ठेकेदार संजू का था, मौके से फरार हो गया। प्रशासन ने रेत माफियाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन कुछ ट्रैक्टर भागने में सफल रहे हैं।

विरोध और स्थानीय समस्या
स्थानीय निवासियों ने अवैध रेत खनन के खिलाफ कई बार प्रशासन को सूचित किया था, लेकिन अब तक स्थिति में सुधार नहीं हुआ था। रेत के अवैध खनन से स्थानीय नदियों के जल स्तर में कमी आ रही है और पर्यावरणीय संतुलन बिगड़ रहा है। इसके अलावा, स्थानीय निर्माण कार्यों में भी इस रेत का उपयोग हो रहा है, जिससे निर्माण गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।

निर्माण कार्यों की स्थिति
नीलकंठपुर में एक हाई स्कूल के भवन का निर्माण ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है, और इसमें भी अवैध रूप से खनन की गई रेत का उपयोग हो रहा है। यह निर्माण कार्य भी अवैध खनन के कारण प्रभावित हो रहा है, और प्रशासन ने इसे भी ध्यान में रखा है।

प्रशासनिक निर्देश
अनुविभागीय अधिकारी करुण डहरिया ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि रेत परिवहन, उत्खनन और भंडारण पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रशासन अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि सभी संबंधित विभागों को इस मामले की गंभीरता से जांच करने और आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।

बलरामपुर जिले में अवैध रेत खनन और परिवहन की बढ़ती समस्याओं के बीच प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। ट्रैक्टरों की जप्ती और फरार ट्रैक्टरों की तलाश से यह संकेत मिलता है कि प्रशासन इस मुद्दे को गंभीरता से ले रहा है। हालांकि, इस प्रकार की अवैध गतिविधियों को पूरी तरह से समाप्त करने के लिए और भी कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है। स्थानीय निवासियों ने उम्मीद जताई है कि प्रशासन की इन कार्रवाइयों से क्षेत्र में रेत माफियाओं की गतिविधियों पर अंकुश लगेगा और पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी।


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