News By:Pulse24 News Desk
कोरबा, छत्तीसगढ़: भारतीय पशु कल्याण बोर्ड, नई दिल्ली के सदस्य राम के. रघुवंशी ने हाल ही में कोरबा जिले का दौरा किया, जहां उन्होंने अग्रवाल सभा द्वारा संचालित श्री अग्रसेन गौ सेवा समिति, कनबेरी स्थित गौशाला का अवलोकन किया। इस दौरान उन्होंने गौशाला में गौमाता की देखभाल, उनके भोजन की व्यवस्था, और बीमार गौमाता के उपचार संबंधी व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण किया।
गौशाला की व्यवस्थाओं का अवलोकन
श्री रघुवंशी ने गौशाला के संचालन के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की और समिति के अध्यक्ष जयंत अग्रवाल तथा कार्यकारिणी सदस्यों से चर्चा की। उन्होंने गौशाला में हो रही समस्याओं के बारे में भी जानकारी ली और उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी दी, जिससे गौशाला के संचालन में और भी सुधार हो सके। श्री रघुवंशी ने कहा, “श्री अग्रसेन गौ सेवा समिति और माता माधवी देवी गौ सेवा समिति द्वारा गौशाला का संचालन बहुत अच्छे तरीके से किया जा रहा है। हालांकि, गौवंश की संख्या में वृद्धि के चलते कुछ चुनौतियाँ भी उत्पन्न हो रही हैं।”
इस अवसर पर अग्रवाल सभा के अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल, श्री अग्रसेन गौ सेवा समिति के अध्यक्ष जयंत अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजेश बसावतिया, सचिव मुकेश बरेलिया, सहसचिव मोहन अग्रवाल, कोषाध्यक्ष राधेश्याम अग्रवाल, निदेशक सतीश अग्रवाल, देवाशीष केडिया, और माता माधवी देवी गौ सेवा समिति के अध्यक्ष शंकर लाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजकुमार मोदी, सचिव गोपाल अग्रवाल, सह कोषाध्यक्ष मनोज अग्रवाल, और अनिल अग्रवाल जैसे प्रमुख सदस्य विशेष रूप से उपस्थित थे।
जिला प्रशासन के साथ बैठक
कोरबा जिला कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में श्री रघुवंशी ने गौशाला संचालन समिति के सदस्यों और पशुधन चिकित्सा सेवा विभाग के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण चर्चा की। इस बैठक का उद्देश्य जिले में पशु कल्याण और गौवंश की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाना था। उन्होंने अधिकारियों को दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि गौवंश की रक्षा और पशुपालन समाज के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
श्री रघुवंशी ने सामाजिक संस्थाओं से अपील की कि वे युवाओं को गौवंश की रक्षा के लिए प्रेरित करें और समाज में जागरूकता फैलाएं। उन्होंने व्यवस्थित गौशालाओं के निर्माण के लिए नगर पालिक निगम और सार्वजनिक उपक्रमों के सहयोग से सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) के माध्यम से प्रयास करने के निर्देश दिए।
शिक्षा विभाग को निर्देश: स्वास्थिका दिवाकर के मानदेय का भुगतान
इसके अलावा, कलेक्टर अजीत वसंत ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई और निर्देश दिए कि तुमान की रहने वाली स्वास्थिका दिवाकर के लंबित मानदेय का भुगतान एक सप्ताह के भीतर किया जाए। स्वास्थिका दिवाकर ने कलेक्टर के समक्ष अपने मानदेय के लिए आवेदन प्रस्तुत किया था, जिसमें उन्होंने बताया कि उन्होंने जनवरी 2024 से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, तुमान में अतिथि शिक्षक के रूप में सेवाएं दी हैं, लेकिन अब तक उन्हें केवल एक माह का मानदेय प्राप्त हुआ है।
कलेक्टर के इस आदेश के बाद शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लंबित मानदेय के भुगतान की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे स्वास्थिका दिवाकर को जल्द ही उनका बकाया मानदेय मिल जाएगा।
राम के. रघुवंशी के कोरबा दौरे ने गौवंश संरक्षण के प्रयासों को और भी मजबूती प्रदान की है। साथ ही, शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फटकार से यह संकेत मिला है कि जिला प्रशासन अपने कर्मचारियों के हितों के प्रति गंभीर है। गौशालाओं के संचालन में सुधार और मानदेय भुगतान जैसे मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि प्रशासनिक तंत्र पूरी तरह से सक्रिय है।