News By:Pulse24 News Desk
जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनावों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के मद्देनजर, दक्षिण कश्मीर रेंज (एसकेआर) के डीआईजी जाविद इकबाल मट्टू ने अनंतनाग जिले में सुरक्षा इंतजामों और चुनावी तैयारियों का व्यापक जायजा लिया। आगामी चुनावों को शांतिपूर्ण और बिना किसी घटना के सम्पन्न कराने के उद्देश्य से यह समीक्षा बैठक अनंतनाग जिले के डीपीओ (जिला पुलिस कार्यालय) के सम्मेलन कक्ष में आयोजित की गई।
बैठक के मुख्य बिंदु
बैठक में डीआईजी जाविद इकबाल मट्टू ने चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन करने, एक मजबूत सुरक्षा योजना बनाने और आतंकवादी सहयोगियों एवं राष्ट्र-विरोधी तत्वों से सुरक्षा संबंधी खतरों का मुकाबला करने के लिए सक्रिय कदम उठाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस चुनावी प्रक्रिया को किसी भी संभावित व्यवधान से बचाने के लिए सुरक्षा उपायों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
सुरक्षा और चुनाव तैयारी की योजना प्रस्तुत
बैठक के आरंभ में, अनंतनाग के एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) जी.वी. संदीप चक्रवर्ती ने एक विस्तृत चुनाव तैयारी और सुरक्षा योजना प्रस्तुत की। इस योजना में उम्मीदवारों की सुरक्षा, स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा, परिवहन, रसद और संचार नेटवर्क की सुरक्षा के लिए विस्तृत कदमों की रूपरेखा तैयार की गई। एसएसपी ने चुनावी प्रक्रिया के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम करने की जानकारी दी, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतदान शांतिपूर्ण ढंग से हो।
सुरक्षा के लिए कड़े निर्देश
डीआईजी मट्टू ने बैठक में शामिल सभी पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे चुनाव के दौरान हर वक्त सतर्क रहें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था इतनी मजबूत होनी चाहिए कि कोई भी असामाजिक तत्व चुनाव प्रक्रिया में बाधा न डाल सके। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सुरक्षा बलों के बीच समन्वय को बढ़ावा दिया जाए, ताकि किसी भी आकस्मिक स्थिति का समय पर और प्रभावी ढंग से मुकाबला किया जा सके।
सुरक्षा एजेंसियों के बीच समन्वय पर जोर
बैठक में उपस्थित वरिष्ठ अधिकारियों के बीच सहयोग और समन्वय को और बेहतर करने पर भी बल दिया गया। डीआईजी ने कहा कि अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना अनिवार्य होगा, ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक मजबूत सुरक्षा ग्रिड स्थापित किया जा सके। उन्होंने सभी एजेंसियों के बीच सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान सुनिश्चित करने पर जोर दिया, ताकि समय पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
उपस्थित अधिकारी और समापन टिप्पणी
बैठक में पुलिस के अलावा, राजस्थान राइफल्स, सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल), बीएसएफ (सीमा सुरक्षा बल), आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) और सेना के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। इन सभी सुरक्षा एजेंसियों ने चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और संभावित खतरों से निपटने के लिए आपसी समन्वय पर सहमति व्यक्त की।
बैठक की समाप्ति पर डीआईजी मट्टू ने उपस्थित अधिकारियों को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सफल चुनाव सुनिश्चित करने के लिए आश्वस्त किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस महत्वपूर्ण चुनावी प्रक्रिया को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने में उनकी भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है और वे अपनी पूरी क्षमता से इसे निभाएं।
आगामी चुनाव का शेड्यूल
जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों पर तीन चरणों में चुनाव आयोजित किए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 18 सितंबर को, दूसरा चरण 25 सितंबर को और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होगा। चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। इस महत्वपूर्ण चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से सम्पन्न कराने के लिए सुरक्षा एजेंसियों की यह तैयारी सराहनीय मानी जा रही है।
इस सुरक्षा समीक्षा बैठक से यह स्पष्ट हो गया है कि प्रशासन पूरी तैयारी के साथ चुनावी प्रक्रिया को सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है। सभी सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग और सक्रिय भागीदारी से जम्मू-कश्मीर में निष्पक्ष और सुरक्षित चुनाव कराए जाने की उम्मीद है।