News By:Pulse24 News Desk
देहरादून: मंगलवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास में भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत की जयंती के अवसर पर उनके चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पं. गोविन्द बल्लभ पंत के योगदान और उनकी देशभक्ति को स्मरण करते हुए कहा कि वे एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, समाजसेवी, और कुशल प्रशासक थे, जिन्होंने भारत के आधुनिक निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
पं. गोविन्द बल्लभ पंत का योगदान:
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि पंडित गोविन्द बल्लभ पंत ने स्वतंत्रता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाई और अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा देश की आजादी और उसकी समृद्धि के लिए समर्पित किया। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अनेक आंदोलनों का नेतृत्व किया और अपने अद्वितीय साहस और संकल्प के माध्यम से राष्ट्र की सेवा की। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद, वे उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने और बाद में भारत के गृहमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
हिन्दी को राजभाषा के रूप में स्थापित करने में योगदान:
मुख्यमंत्री धामी ने यह भी कहा कि पंडित पंत ने हिन्दी भाषा को राजभाषा के रूप में प्रतिष्ठित कराने में अभूतपूर्व योगदान दिया। उनकी दूरदर्शिता और नेतृत्व के कारण हिन्दी को एक प्रमुख स्थान प्राप्त हुआ, जिससे भारत की सांस्कृतिक और भाषाई धरोहर को मजबूती मिली। हिन्दी को देश के प्रशासनिक और सांस्कृतिक ताने-बाने में एकीकृत करने के उनके प्रयासों को आज भी देशभर में सराहा जाता है।
आधुनिक भारत के निर्माण में अहम भूमिका:
मुख्यमंत्री ने पंडित गोविन्द बल्लभ पंत के प्रशासनिक कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने विकास की नई ऊंचाइयों को छुआ। इसके साथ ही, उन्होंने गृहमंत्री रहते हुए देश की आंतरिक सुरक्षा, शांति और एकता को सुनिश्चित करने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। उनके प्रयासों के कारण देश में विकास और समृद्धि की नई राहें खुलीं और उन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में अपनी एक विशिष्ट पहचान बनाई।
मुख्यमंत्री ने राज्य के लोगों से अपील की कि वे पंडित गोविन्द बल्लभ पंत के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और एक समृद्ध एवं सशक्त भारत के निर्माण में अपना योगदान दें।