News By:Pulse24 News Desk
मणिपुर: मणिपुर में छात्रों और सुरक्षा बलों के बीच गंभीर टकराव की खबरें सामने आ रही हैं। मंगलवार को इंफाल में राजभवन की ओर मार्च कर रहे छात्रों और महिला प्रदर्शनकारियों की सुरक्षा बलों से हिंसक झड़प हो गई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षा बलों को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इसके बाद, स्थिति को बिगड़ते देख राज्य प्रशासन ने इंफाल पूर्व और पश्चिम जिलों में कर्फ्यू लागू कर दिया है, साथ ही अगले पांच दिनों तक पूरे राज्य में इंटरनेट सेवाओं को बंद कर दिया गया है।
क्यों हुआ टकराव?
यह विवाद मणिपुर सरकार के खिलाफ छात्रों और महिला प्रदर्शनकारियों के विरोध के चलते हुआ। प्रदर्शनकारियों की प्रमुख मांग मणिपुर पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) और सुरक्षा सलाहकार को तत्काल हटाने की है। सोमवार को भी मणिपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने इसी मांग को लेकर बीटी रोड से राजभवन की ओर मार्च करने की कोशिश की थी। लेकिन जब वे कांग्रेस भवन के पास पहुंचे, तो सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया और दोनों पक्षों के बीच तीखी झड़प हुई।
मंगलवार को भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी रहा। इस बार छात्रों के साथ कई महिला प्रदर्शनकारी भी शामिल थीं। जब ये लोग राजभवन की ओर कूच कर रहे थे, तो उन्हें रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इससे स्थिति और बिगड़ गई और कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए। इस झड़प के दौरान सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की पूरी कोशिश की, लेकिन तनावपूर्ण माहौल बना रहा।
सरकार की प्रतिक्रिया और इंटरनेट सेवाएं बंद
मणिपुर के मौजूदा हालात के मद्देनजर राज्य प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए कर्फ्यू लगाने का फैसला किया। इंफाल के पूर्व और पश्चिम जिलों में तत्काल कर्फ्यू लागू कर दिया गया है, ताकि शांति व्यवस्था को बहाल किया जा सके। इसके अलावा, थौबल में भी बीएनएसएस की धारा 163 (2) के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है।
सरकार ने राज्य में 5 दिन के लिए इंटरनेट सेवाओं को भी निलंबित करने का आदेश दिया है। अधिसूचना के अनुसार, मणिपुर राज्य में 10 सितंबर दोपहर 3 बजे से लेकर 15 सितंबर दोपहर 3 बजे तक लीज लाइन, वीसैट, ब्रॉडबैंड और वीपीएन सेवाओं सहित सभी इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। प्रशासन का मानना है कि इंटरनेट के माध्यम से अफवाहें और भ्रामक जानकारियां फैलने से कानून व्यवस्था की स्थिति और खराब हो सकती है, इसलिए यह कदम उठाया गया है।
अमित शाह का पुतला फूंका, विरोध प्रदर्शन तेज
मणिपुर विश्वविद्यालय के छात्रों ने भी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। छात्रों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पुतला जलाकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उनका आरोप है कि सरकार मणिपुर में बिगड़ती कानून व्यवस्था पर ध्यान नहीं दे रही है और राज्य में शांति बनाए रखने में असफल हो रही है। छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
मणिपुर की सरकार और सुरक्षा बल स्थिति को नियंत्रित करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, छात्रों और महिला प्रदर्शनकारियों की मांगों के चलते स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। प्रशासन ने इंटरनेट सेवाओं को बंद कर और कर्फ्यू लगाकर स्थिति को संभालने की कोशिश की है। अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच कोई समाधान निकलता है या स्थिति और गंभीर होती है।