News By:Pulse24 News Desk
जम्मू- आज बुधवार को तड़के पाकिस्तान द्वारा जम्मू के अखनूर इलाके में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए भारतीय चौकियों पर अकारण गोलीबारी की गई। इस हमले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। भारतीय जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की, लेकिन पाकिस्तानी पक्ष के किसी नुकसान की तत्काल जानकारी नहीं मिली है।
सीजफायर उल्लंघन की घटना
मिली जानकारी के अनुसार, घटना रात करीब 2.35 बजे की है, जब अखनूर क्षेत्र में पाकिस्तान की ओर से बिना किसी उकसावे के गोलीबारी की गई। यह गोलीबारी अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) के करीब स्थित भारतीय चौकियों पर की गई। बीएसएफ के जवानों ने भी इसका मुंहतोड़ जवाब दिया।
बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, “पाकिस्तान की गोलीबारी में हमारे एक जवान घायल हो गए हैं। जवानों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई की और स्थिति को नियंत्रित किया।” प्रवक्ता ने यह भी बताया कि सभी जवान हाई अलर्ट पर हैं और अंतरराष्ट्रीय सीमा तथा नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।
जवानों की सतर्कता और हाई अलर्ट
भारतीय जवानों की सतर्कता और हाई अलर्ट ने इस सीजफायर उल्लंघन के बावजूद स्थिति को नियंत्रण में रखा। यह घटना ऐसे समय में हुई है जब जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनावों की तैयारियां चल रही हैं। पाकिस्तान की ओर से इस तरह की घटनाएं अक्सर देखी जाती हैं, खासकर चुनाव या अन्य महत्वपूर्ण मौकों के दौरान। भारतीय सुरक्षा बल इन इलाकों में हर समय सतर्क रहते हैं ताकि किसी भी प्रकार की घुसपैठ या हिंसक गतिविधियों को रोका जा सके।
चुनावों से पहले बढ़ा तनाव
नवीनतम सीजफायर उल्लंघन ऐसे समय में हुआ है जब जम्मू-कश्मीर में 18 सितंबर से तीन चरणों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस सीजफायर उल्लंघन की घटना चुनावों के पहले चरण से कुछ दिन पहले घटित हुई है, जिससे सुरक्षा संबंधी चिंताएं बढ़ गई हैं।
चुनाव का दूसरा चरण 25 सितंबर को आयोजित किया जाएगा और तीसरा चरण 1 अक्टूबर को होने वाला है। चुनाव से पहले ऐसी घटनाओं से सुरक्षा एजेंसियों के सामने चुनौती और बढ़ जाती है। इसके चलते सुरक्षा व्यवस्था और सख्त कर दी गई है, और सेना तथा सुरक्षा बलों को और अधिक चौकस रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सीमा पर बढ़ी निगरानी
सीजफायर उल्लंघन की घटनाओं के बाद भारतीय सेना और बीएसएफ ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर सुरक्षा बढ़ा दी है। सैनिकों को लगातार हाई अलर्ट पर रखा गया है ताकि किसी भी घुसपैठ या बड़े हमले को रोका जा सके। सीमावर्ती इलाकों में रात्रि गश्त भी बढ़ा दी गई है, और आधुनिक निगरानी उपकरणों के साथ सीमा पर चौकसी की जा रही है।
पाकिस्तान की ओर से लगातार उकसावे की कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन किया गया है। अक्सर पाकिस्तान द्वारा बिना किसी उकसावे के भारतीय चौकियों और गांवों पर गोलीबारी की जाती है, जिससे न केवल सेना बल्कि नागरिकों को भी जान-माल का नुकसान उठाना पड़ता है। हालांकि, भारतीय सुरक्षा बलों ने हमेशा इन घटनाओं का माकूल जवाब दिया है और देश की सीमाओं की सुरक्षा में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
आगे की स्थिति पर नजर
बीएसएफ और भारतीय सेना की निगरानी के चलते स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन सीमा पर तनाव बना हुआ है। भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियां लगातार सतर्क हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
इस संघर्ष विराम उल्लंघन के बाद, सुरक्षा बलों ने चुनावी माहौल को ध्यान में रखते हुए जम्मू और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा को और मजबूत कर दिया है। सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों को भी विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है, ताकि वे किसी भी अप्रिय घटना से सुरक्षित रह सकें।
यह सीजफायर उल्लंघन एक बार फिर से दिखाता है कि पाकिस्तान की ओर से भारत के खिलाफ उकसावे की कार्रवाइयां जारी हैं, खासकर जब देश में महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाएं हो रही होती हैं। भारतीय सुरक्षा बलों की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को संभाला और किसी बड़े नुकसान को टाल दिया। अब सभी की नजरें आने वाले विधानसभा चुनावों पर हैं, और यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि इन चुनावों के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो और लोग सुरक्षित वातावरण में अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।