News By:Pulse24 News Desk
जोधपुर, 13 सितंबर 2024: समाज में महिलाओं को आत्मनिर्भरता और सुरक्षा की भावना प्रदान करने के उद्देश्य से लघु उद्योग भारती महिला इकाई, जोधपुर महानगर ने आज एकदिवसीय साइबर अपराध जागरूकता और आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम भवन सभागार में आयोजित किया गया और इसमें महिलाओं को सुरक्षा और आत्मसंतोष के लिए आवश्यक कौशल सिखाए गए।
कार्यक्रम की शुरुआत:
महिला इकाई की अध्यक्ष श्रीमती मोना हरवानी ने कार्यक्रम की शुरुआत में अतिथियों का स्वागत किया और इस तरह के कार्यक्रमों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “इस प्रकार के कार्यक्रम महिलाओं को आत्मनिर्भरता और आत्मरक्षा के महत्वपूर्ण कौशल सिखाते हैं, जो उनकी सुरक्षा और आत्मसंतोष के लिए बेहद आवश्यक हैं।”
आत्मरक्षा प्रशिक्षण:
प्रशिक्षण के पहले सत्र में आत्मरक्षा प्रशिक्षक मुक्ता जी माथुर ने महिलाओं को आत्मरक्षा के महत्वपूर्ण तकनीक सिखाए। उन्होंने कहा कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण केवल शारीरिक कौशल को ही नहीं बढ़ाता, बल्कि मानसिक सशक्तिकरण भी प्रदान करता है। इस सत्र में महिलाओं को आपातकालीन परिस्थितियों का सामना करने के विभिन्न तरीकों और स्वास्थ्य व फिटनेस पर ध्यान देने के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
साइबर अपराध जागरूकता:
दूसरे सत्र में प्रशिक्षक शारदा जी पूनिया ने साइबर अपराध और आत्मरक्षा के विषय पर जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं को आज के डिजिटल युग में साइबर सुरक्षा के महत्व के बारे में जागरूक किया और साइबर अपराध से बचने के उपायों के बारे में विस्तार से बताया। इसके साथ ही, कानूनी अधिकारों के बारे में भी जानकारी प्रदान की गई ताकि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति सजग रह सकें।
सम्मान और सहयोग:
कार्यक्रम के दौरान, महिला इकाई द्वारा अतिथियों का दुपट्टा ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। अंजली जी चेलानी और उनकी टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इस अवसर पर लघु उद्योग भारती महिला इकाई की उपाध्यक्ष श्रीमती इन्दुबाला अग्रवाल, सहसचिव श्रीमती इन्दु चौपड़ा, श्रीमती नलिनी बंसल, कोषाध्यक्ष शिल्पा अग्रवाल, और अन्य सदस्य जैसे निधि सिंह, ममता मनानी, भावना मोटवानी, मीनाक्षी हर्ष, मनीषा शर्मा, नीतू सिंह, रेखा जैन, शफीना बानो, प्रेमलता महावर भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन श्रीमती कंचन लोहिया ने धन्यवाद और आभार ज्ञापन के साथ किया। इस सफल आयोजन के जरिए महिलाओं को आत्मरक्षा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण जानकारी और कौशल प्राप्त हुआ, जिससे उनकी सुरक्षा और आत्मनिर्भरता में सुधार होगा।