News By:Pulse24 News Desk
मेरठ , यूपी – कस्बे के पुराने हस्तिनापुर निवासी एक व्यक्ति ने थाना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए बताया कि पुलिस ने उसकी तहरीर पर कार्रवाई नहीं की गई। जिस व्यक्ति को उसने पिस्टल के साथ पकड़वाया पुलिस ने उसे वाहन चेकिंग में दिखाकर , मामूली धाराओं में जेल भेज दिया। जिससे उसे जान का खतरा है और वो इसकी शिकायत एसएसपी से करेगें।
पुराने हस्तिनापुर निवासी योगेंद्र पुत्र भरत सिंह ने बताया कि गत वर्ष हरियाणा में मजदूरी करने के लिए उसे कस्बे का ही एक व्यक्ति और दूसरा अटौरा निवासी व्यक्ति , दोनों हरियाणा व सोनीपत जिले में मनोली गांव में मजदूरी पर ले गए थे।
वहां पर उसने लगभग 9 एकड़ भूमि पर मक्का लगाई थी। उसके बाद वहीं पर धान की खेती की गई। उसे उसके हिस्से की मजदूरी नहीं दी गई। जब वह काम छोड़कर घर जाने लगा तो उसे 50 हजार रुपए दिए गए जिन्हें लेकर वह अपने घर लौट आया।
उक्त दोनों व्यक्ति गत शनिवार को उसके घर अवैध पिस्टल लेकर आए। पिस्टल उसकी कनपटी पर लगाकर डराने का प्रयास किया और उसे दिए गए मजदूरी के 50 हजार रूपए वापस देने की धमकी दी। शोर शराबा होने पर आसपास के लोग भी मौके पर आ गए, जिन्हें देखकर वह दोनों उसके घर से चले गए। इसकी शिकायत करते हुए उसने उसी दिन दोनों लोगों के खिलाफ थाने में पुलिस को एक तहरीर दी थी।
अगले दिन पुलिस ने उसे और उक्त दोनों व्यक्तियों को जंबूदीप चौकी पर बुलावाया और दोनों पक्षों से बातचीत की।
उक्त दोनों व्यक्ति वहां पर भी अपनी गाड़ी में अवैध पिस्टल लेकर आए थे ।
जब पुलिस ने उनकी गाड़ी की तलाशी ली तो अवैध पिस्टल और कुछ कारतूस बरामद हुए जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। थोड़ी देर बाद पुलिस ने उसे कार्रवाई का आश्वासन देते हुए वापस घर भेज दिया।
इस मामले में पीड़ित योगेंद्र ने आरोप लगाया कि पुलिस ने इस मामले में खेल कर दिया। जिन्हें उसने खुद पकड़वाया और जिनके खिलाफ तहरीर भी दी , परन्तु हस्तिनापुर पुलिस ने उसकी शिकायत पर मुकदमा दर्ज नहीं किया। पुलिस ने पकड़े गए लोगों में से सिर्फ एक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक प्रेस नोट जारी किया जिसमें बताया गया कि रविवार को पुलिस मध्य गंग नहर पटरी पर ग्रीनलैंड होटल के पास वाहन चेकिंग कर रही थी। तभी वहां से एक सेंट्रो कार आती दिखाई दी। जिसमें दो व्यक्ति सवार थे। पुलिस पूछताछ में उन्होंने अपने नाम अभिषेक उर्फ बंटी व देवेंद्र निवासी अटौरा बताया। तलाशी लेने पर अभिषेक के पास से अवैध पिस्टल‚ लगभग 17 हजार रुपये बरामद किए। पुलिस ने कार को सीज करते हुए आरोपित अभिषेक को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
योगेंद्र ने बताया कि अगर उसकी शिकायत पर पुलिस मुकदमा दर्ज कर लेती तो आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होती परंतु मामूली धाराओं में उक्त लोगों को जेल भेज दिया जिससे उसे अपनी जान का खतरा है।
पीड़ित योगेंद्र ने बताया कि पूरा घटनाक्रम जंबूदीप के बाहर हुआ है जहां पर आरोपियों की गाड़ी से पुलिस को अवैध पिस्टल बरामद करी थी । अगर वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे तो पूरा मामला आसानी से देखा जा सकता है। वहां पर दर्जनों लोग मौजूद थे पर पुलिस ने पूरा मामला बदल दिया और वाहन चेकिंग में गिरफ्तारी दिखाकर उच्च अधिकारियों की नजरों में वाह वाही लूट ली।
मामले पर एसएसपी विपिन ताड़ा का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच कराई जाएगी। जांच के बाद दोषियों पर नियमानुसार कार्यवाही तय होगी।