News By:Pulse24 News Desk
सागर, मध्य प्रदेश- सागर जिले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते झोला छाप डॉक्टरों की संख्या बढ़ती जा रही है, जो लोगों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। यह चिंता का विषय है कि कुछ क्षेत्रों में बंगाली डॉक्टर शराब के नशे में मरीजों का इलाज कर रहे हैं। इस मुद्दे को जिला अधिकारी को कई बार बताया गया, लेकिन उनकी ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।
इस लापरवाही के कारण पिछले दो महीनों में झोला छाप डॉक्टरों की वजह से 16 मासूम लोगों ने अपनी जान गवा ही है। जब जिला स्वास्थ्य अधिकारी सीएमएचओ ममता तुमरे से इस मुद्दे पर बात करने का प्रयास किया गया, तो उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र से विधायकों की फोन कॉल आती हैं, जिनके कारण डॉक्टरों की सिफारिशें होती हैं। उन्होंने इंटरव्यू देने से मना कर दिया और एक नए स्वास्थ्य मीडिया प्रभारी की नियुक्ति कर दी।
नए मीडिया प्रभारी, डॉक्टर विपिन खटीक ने बताया कि वह केवल 8 दिन पहले नियुक्त हुए हैं और उन्हें इस मामले की ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने आश्वासन दिया कि वह इस मामले को गंभीरता से लेंगे और मामले की जांच करेंगे।
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इस स्थिति ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठाए जा रहे हैं, और यह आवश्यक है कि संबंधित अधिकारी इस स्थिति को प्राथमिकता दें ताकि झोला छाप डॉक्टरों की गतिविधियों पर अंकुश लगाया जा सके और लोगों की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।