Pulse24 News Desk
जांजगीर चांपा , छत्तीसगढ़ – जांजगीर नैला में दुर्गा पूजा का आयोजन हर वर्ष बेहद खास होता है यहां की दुर्गा पूजा पूरे भारत में प्रसिद्ध है। इस बार भी थाईलैंड के विश्व प्रसिद्ध अरुण देव मंदिर के तर्ज पर भव्य पंडाल तैयार किया गया है। यह पंडाल 160 फीट ऊंचा और 150 फीट चौड़ा है। इस अनोखे पंडाल को बंगाल के 35 40 कारीगरों ने अपनी कला से सजाया है, जो श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बनेगा।
पंडाल के भीतर पांच शेरों पर सवार मां दुर्गा की 35 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा स्थापित की गई है मां दुर्गा सोना-चांदी और हीरे-मोतियों से सजे रथ में विराजमान हैं। दुर्गा माता को देखने के लिए हजारों के संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। जांजगीर चांपा क्षेत्र के साथ साथ छत्तीसगढ़ के हर कोने से माता रानी के दर्शन के लिए भक्त जांजगीर पहुंच रहे हैं। इस बार दुर्गा पूजा में विशेष लाइटिंग का इंतजाम किया गया है, जिसमें बुर्ज खलीफा की तरह लाइट और साउंड इफेक्ट का शो प्रस्तुत किया जा रहा है जो आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
रात में अलग-अलग प्रकार की लाइट की प्रस्तुति के साथ लाइटिंग और साउंड इनफैक्ट शो किया जाता है। माता रानी को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग रोज पहुंच रहे हैं। इस पंडाल की खासियत है कि यह माता रानी के दर्शन करने के लिए 24 घंटे खुला रहता है। जांजगीर चांपा जिले सहित पूरे छत्तीसगढ़ से माता रानी के दर्शन करने के लिए लोग पहुंच रहे हैं, सोने चांदी के आभूषण से जड़ित माता दुर्गा का श्रृंगार किया गया है। पांच शेरों के रथ में विराजित माता दुर्गा की मूर्ति स्थापित की गई है,जो पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
सुरक्षा की दृष्टि से पंडाल में 50 से अधिक कैमरे लगाये गए हैं। जिला प्रशासन के द्वारा सुरक्षा की दृष्टि को लेते हुए पुलिस चौकी भी खोली गई है। सैकड़ो की संख्या में यहां पुलिसकर्मी भी तैनात किया गया है।
नैला में माता दुर्गा विराजित किया गया है वह आकर्षण का केंद्र बना हुआ है माता रानी का भव्य मूर्ति स्थापित की गई है जिसे देखने के लिए हम लोग पूरे परिवार के साथ पहुंचे हुए हैं हर वर्ष हम माता रानी का दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।