अनूठी परंपरा : मिट्टी के रावण का लाठियों से पीट – पीट कर किया जाता है वध

अनूठी परंपरा : मिट्टी के रावण का लाठियों से पीट – पीट कर किया जाता है वध

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मुंगेली, छत्तीसगढ़ – मुंगेली के गोवर्धन परिवार के द्वारा मिट्टी के बने रावण का सबसे पहले पूजन किया जाता है और उसके बाद यादव समाज के द्वारा मिट्टी से बने रावण का लाठी से पीट पीट कर वध किया जाता है।
यह वर्षो पुरानी परंपरा हैं जिसका आयोजन मुंगेली के वीर शहीद धनंजय सिंह स्टेडियम बीआर साव स्कूल में प्रत्येक वर्ष किया जाता है।

गोवर्धन परिवार के सदस्य श्रीकांत गोवर्धन ने बताया कि सबसे पहले इसकी शुरुआत 1896 में की गई जिसमें आज भी राजा कुंभकार के परिवार द्वारा शुरू से ही इको फ्रैंडली रावण का निर्माण किया जाता है और साथ ही यह परंपरा है कि सर्वप्रथम मिट्टी से बने रावण की गोवर्धन परिवार द्वारा पूजा की जाती है, उसके बाद यादव समाज के लोगों द्वारा लाठियों से पीट पीट कर मिट्टी के रावण का वध किया जाता हैं साथ ही पीटने के बाद जो अवशेष बच जाते हैं , उसे लोग अपने अन्न भंडार में तथा तिजोरी में रखते हैं।

साथ ही इस त्योहार को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए पुणे, नागपुर, बड़ोदरा गुजरात, रायपुर, बिलासपुर से पूरा गोवर्धन परिवार एकत्र होता है। मिट्टी के रावण के वध वाले इस आयोजन को पूरे भारत में अनेकों जगहों जैसे कोटा राजस्थान, कांकेर, वैष्णव संप्रदाय के लोगों के द्वारा मनाया जाता है।


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