NewsBy-Pulse24 News Desk
गुजरात-बावला शहर में देशी शराब की खाली थैलियों का ढेर देखना एक गंभीर चिंता का विषय बन गया है। हाल ही में, आ. के. विधियामंदिर स्कूल के पीछे तालाब के पास बड़ी मात्रा में खाली शराब की थैलियों का ढेर देखने को मिला। यह स्थिति इस बात का संकेत देती है कि इस स्थान को संभवतः देशी शराब की थैलियों को फेंकने के लिए उपयोग किया जा रहा है।
गौर करने वाली बात यह है कि गुजरात में शराब पर प्रतिबंध है, फिर भी गैर कानूनी तरीके से शराब का व्यापार जारी है। बावला में, स्कूल के पीछे की इस स्थिति ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। स्कूल के छात्रों का इस जगह से गुजरना और खाली शराब की थैलियों का मिलना चिंता का विषय है, क्योंकि इससे बच्चों पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
स्थानीय लोगों ने यह सवाल उठाया है कि इतनी बड़ी मात्रा में शराब की थैलियाँ यहाँ कैसे पहुंचीं। क्या पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं है, या फिर वे जानकर भी अनजान बनी हुई हैं? लोग आशंका जता रहे हैं कि कहीं पुलिस की इस मामले में कोई मिलीभगत तो नहीं है।
सूत्रों के अनुसार, बावला पुलिस के क्षेत्र में जुवाल गांव, वासना गांव और अन्य गांवों में बड़े शराब के बूटलेगर सक्रिय हैं, जो बावला में शराब भेजने का काम करते हैं और उनके गांव में ही अवैध शराब की भट्ठियाँ चलाते हैं।
स्थानीय नागरिकों ने पुलिस से अपील की है कि वे इस मामले की गंभीरता को समझें और अवैध शराब के व्यापार पर सख्त कार्रवाई करें। जल्द ही स्थानीय मीडिया इस मामले में आगे की जानकारी और पुलिस की कार्रवाई के बारे में अपडेट प्रदान करेगी। बावला में अवैध शराब के कारोबार की सच्चाई को उजागर करना आवश्यक है, ताकि इस गंभीर मुद्दे का समाधान किया जा सके।