वेंडिंग जोन को हटाए जाने के विरोध में महिलाओं ने दी आंदोलन की चेतावनी

वेंडिंग जोन को हटाए जाने के विरोध में महिलाओं ने दी आंदोलन की चेतावनी

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हरिद्वार , उत्तराखंड – महिला पिक वेंडिंग जोन को हटाए जाने के विरोध में मां भागीरथी रेडी पटरी खोखा संगठन के पदाधिकारी व महिला पिक वेंडिंग जोन की महिलाओं द्वारा नगर निगम को आंदोलन की चेतावनी दी गई।

महिला पिक वेंडिंग जॉन 4 महीने पहले यह कहकर हटा दिया गया था कि बिजली ,पानी ,शौचालय ,सीसी कैमरा आदि की व्यवस्था करके महिलाओं का पिक वेंडिंग जोन वहीं पर लगाए दिया जाएगा जहां से हटाया गया है। मगर 4 महीने बीत जाने के उपरांत भी नगर निगम ने महिला पिक वेंडिंग जोन पुराने स्थान पर व्यवस्थित नहीं किये जिससे महिलाओं में काफी आक्रोश है।

वेंडिंग जोन को सिंचाई विभाग ,नगर निगम प्रशासन द्वारा हटाया गया था। टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्य नगर निगम के अधिकारी ,सिंचाई विभाग के अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी रेडी पटरी सदस्य आदि शामिल होकर वेंडिंग जोन को पास करते हैं।

महिला पिक वेंडिंग जोन भी टाउन वेंडिंग के द्वारा पास किया गया जो कमेटी द्वारा पास किया गया था और जो रोड़ी बेल वाला में लगवाया गया था। प्रत्येक महिला से 107000 रूपए लिए गए थे जिसमें 99 खोके महिलाओं के लिए बनाए गए थे और जिससे एक करोड़ 593000 लाख रुपए नगर निगम द्वारा कंपनी को दिलाए गए थे।

महिलाओं ने कर्ज उठाकर महिला पिक वेंडिंग जोन में अपना व्यापार शुरू किया था। लाखों के कर्जदार होने के उपरांत महिलायें आक्रोश में हैं। महिलाओं का काफी सामान का नुकसान हो चुका है और जो पिक वेंडिंग जोन महिलाओं को दिया गया उसमें भी काफी नुकसान हो रहा है। खोखे सुनसान रास्ते पर रख दिए गए जहां पर कई वारदात हो चुकी हैं , जिससे महिलाओं का रोजगार ठप्प हो गया है और उन्हें लाखों की चपत भी लग गई है।

कोई अधिकारी संज्ञान नहीं ले रहा है। टीवीसी टाउन वेंडिंग कमेटी के गलत तरीके से वेंडिंग जोन पास कराए जाने से महिलाओं का काफी नुकसान हो गया है 7 साल से एक ही व्यक्ति टीवीसी मेंबर बने हैं। नगर निगम दोबारा से टीवीसी गठन नहीं कर रही है , पुरानी टीवीसी मेंबरों की मनमानी चल रही है जिससे आम जनता का नुकसान हो रहा है।

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रेडी पटरी वालों का शोषण हो रहा है उनका उनको रोजगार करने नहीं दिया जा रहा है ,जबकि 2014 का कानून कहता है कि स्ट्रीट वेंडर अपनी जीविका कहीं भी रेडी लगाकर चला सकते हैं। रेडी पटरी वालों का शोषण किया जा रहा है। स्ट्रीट वेंडर जाएं तो कहां जाएं , कोई भी सुनवाई करने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए महिलाओं ने आंदोलन की चेतावनी दी है। चेतावनी देने वालों में विमलेश रस्तोगी ,शरबती देवी ,कमलेश ,पूनम ,पूजा रावत ,शोभा गिरी ,उषा देवी वर्मा जी, गायत्री देवी ,प्रेमपाल यादव ,चंद्रप्रकाश टूटी आदि शामिल रहे।


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