? आकांक्षात्मक विकास खंड के मुख्य द्वार और आस पास की नालियां कूड़े कचरे से पटी
? बजबजाती बदबूदार नालियों से संक्रमण का खतरा
? बहोरा रामनगर की घटना से भी नही सीखा विकास खंड प्रशासन
जनपद का विकासखंड विशुनपुरा, जिसको हाल ही में आकांक्षात्मक विकास खंड की दौड़ में प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त हुआ है। आकांक्षात्मक विकासखंड में शासन स्तर से स्वास्थ्य और पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, वित्तीय समावेशन, कौशल विकास तथा आधारभूत संरचना आदि क्षेत्र के 75 इंडिकेटर तय किए गए हैं, जिसपर कार्य करके विकासखंड का कायाकल्प संभव है।
अगर विकासखंड विशुनपुरा की बात करें तो स्वास्थ्य और पोषण के साथ साथ स्वच्छता एवं आधारभूत संरचना पर यह विकासखंड संतुष्ट नहीं कर पाता है।
? क्या है मामला
प्रदेश में प्रथम स्थान पाने वाले आकांक्षात्मक विकास खंड विशुनपुरा में चंद रोज पहले नवजात बच्चों को संक्रामक रोग के कारण असमय काल के गाल में समा जाना विकास खंड के स्वच्छता अभियान की कहानी को खुद बयां करता हैं!
? क्या कहता है विकास खंड कार्यालय के आसपास का क्षेत्र
आकांक्षात्मक विकास खंड के दौड़ में प्रदेश में प्रथम स्थान पाने वाले विकास खंड में जाने पर जो तस्वीर सामने आई इसको देखकर यही कहावत पूरी तरह से चरितार्थ है “चिराग तले अंधेरा”!
विकास खंड कार्यालय के आसपास नजर डालने पर देखने को मिला जैसे स्वच्छ भारत अभियान पर नकेल कसने की शुरुवात यहीं से हुई हो।विकास खंड मुख्य द्वार और आस पास की नालियों की तस्वीरें खुद बयां करती हैं!
? सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को मिली कूड़े से निजात
बहोरा रामपुर की घटना के बाद विशुनपुरा विकास खंड प्रशासन की तंद्रा टूटी और विकास खंड के सामने स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के गेट पर महीनों से पड़े कूड़े जिसमे मेडिकल वेस्ट भी शामिल है को आग के हवाले कर कोरम पूर्ति का कार्य किया गया है।
? हालात-ए आर ओ वाटर मशीन
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे इकलौते आर ओ वाटर मशीन तो जैसे अपने हाल पर रोता नजर आया। बड़ा सवाल यह कि “क्या कभी यह चालू हालत में था?” यहां आने वाले मरीज और तीमरदार पानी को भटकते रहते है।