सात समन्दर पार बोईता बंधन महोत्सव आयोजित

सात समन्दर पार बोईता बंधन महोत्सव आयोजित

Spread the love

ओडिशा – इबारकी शहर, जापान में आयोजित विश्व प्रसिद्ध बोईता बंधन महोत्सव एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक पहल है, जिसमें ओडिशा की पारंपरिक संस्कृति और जापान के धार्मिक आस्थाओं का संगम हुआ। यह आयोजन जापान के इबारकी स्थित श्री राम मंदिर में आयोजित किया गया, जहां मौजूद जनमानस को ओडिशा की ऐतिहासिक परंपराओं की झलक देखने को मिली । इस सुंदर महोत्सव का आयोजन कार्तिक पूर्णिमा और दिवाली के अवसर पर किया गया, जो ओडिशा और भारत के अन्य हिस्सों में बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व हैं। यह दो महान अवसर एक साथ मनाए गए, ताकि लोग इस खास दिन को खुशी और आस्था के साथ मना सकें।

महोत्सव में मुख्य अतिथि के रूप में उमेश नौटियाल जी का विशेष योगदान रहा। साथ ही डा. दुर्गा बहादुर सुबेदी भी इस आयोजन में उपस्थित थे। महोत्सव का आयोजन इंडो नियोन टैलेंट ग्रुप द्वारा किया गया था, जो जापान में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है।इस महोत्सव का प्रमुख उद्देश्य ओडिशा और जापान की कला, संस्कृति और धार्मिक परंपराओं को एक मंच पर लाना था। खासतौर पर ओडिशा की प्रसिद्ध बोईता बंधन परंपरा को जापान में मनाकर दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था।

जापान के इबारकी शहर में स्थित श्री राम मंदिर एक विशेष धार्मिक स्थल है, जहां न केवल श्री राम की पूजा की जाती है, बल्कि यहाँ ओडिशा के प्रसिद्ध भगवान श्री जगन्नाथ की मूर्ति भी स्थापित है। यह मंदिर जापान में भारतीय भक्तों के लिए एक आस्था का प्रमुख केंद्र बन चुका है।बोईता बंधन ओडिशा की एक प्रसिद्ध समुद्री परंपरा है, जो विशेष रूप से कार्तिक माह की पूर्णिमा को मनाई जाती है। इस दिन ओडिशा के लोग पारंपरिक रूप से जहाजों पर दीप जलाकर समुद्र में बहाते हैं, जिससे उन्हें समृद्धि और खुशहाली की कामना की जाती है। इबारकी में इस परंपरा को जापान में मनाने का प्रयास ओडिशा की सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था।

जापान के इबारकी में इस पारंपरिक महोत्सव को लेकर स्थानीय भारतीय समुदाय के बीच अनोखा उत्साह था। जापान में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आयोजित इस महोत्सव में बड़ी संख्या में भारतीय समुदाय के सदस्य और स्थानीय जापानी लोग भी शामिल हुए। इस आयोजन ने जापान में भारतीय त्योहारों की महत्ता को फिर से उजागर किया। जापान में इतने भव्य और पारंपरिक आयोजनों की मेज़बानी करने के लिए आयोजकों की काफी सराहना हो रही है। इस आयोजन ने न केवल ओडिशा की संस्कृति को जापान में प्रचारित किया, बल्कि यह दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का एक उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत किया।

इबारकी, जापान में आयोजित बोईता बंधन महोत्सव ने यह साबित कर दिया कि सांस्कृतिक सीमाएँ केवल भौतिक हैं, मनुष्य का दिल और आत्मा इन सीमाओं से परे होते हैं। यह आयोजन ओडिशा और जापान के बीच एक मजबूत सांस्कृतिक पुल का निर्माण करने में सफल रहा। इसके जरिए जापान में भारतीय संस्कृति का समृद्ध प्रसार हुआ और ओडिशा की परंपराएँ विदेश में जीवित रहीं।


Spread the love

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *