NewsBy-Pulse24 News Desk
ओडिशा – विस्तारा और एयर इंडिया के विलय की प्रक्रिया भारत के विमानन उद्योग में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में घटित हुई है। इस विलय के साथ ही विस्तारा, जो एक प्रमुख भारतीय एयरलाइन थी, अब एयर इंडिया के अंतर्गत ऑपरेट होगी। आइए विस्तार से जानते हैं इस विलय के बारे में –
विस्तारा एयरलाइन 2013 में टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस के संयुक्त उद्यम के रूप में स्थापित हुई थी। इसका उद्देश्य भारतीय विमानन बाजार में एक उच्च गुणवत्ता वाली सेवा प्रदान करना था। अपनी स्थापना के साथ ही यह विमानों में सेवा की गुणवत्ता, आराम और उत्कृष्टता के कारण यह यात्रियों के बीच एक लोकप्रिय विकल्प बन गया था। विस्तारा ने अपनी प्रारंभिक उड़ान दिल्ली से मुंबई के बीच शुरू की थी और बाद में अपने नेटवर्क को बढ़ाते हुए हुए भारत के प्रमुख शहरों और अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों तक अपनी सेवाएं प्रदान की। विस्तारा के विमानों ने यात्रियों को एक उच्च गुणवत्ता वाली यात्रा का अनुभव दिया, जिसमें बिजनेस क्लास, प्रीमियम इकोनॉमी और इकोनॉमी क्लास जैसे कई वर्गों की पेशकश की गई थी।
2023 में, एयर इंडिया और विस्तारा के विलय की घोषणा की गई, जो भारतीय विमानन उद्योग के लिए एक बड़ा कदम था। टाटा समूह ने इस विलय के तहत विस्तारा को एयर इंडिया के साथ जोड़ने का निर्णय लिया, क्योंकि दोनों एयरलाइनों के मालिक टाटा समूह हैं। इस विलय का मकसद एयर इंडिया को दोबारा से स्थापित करना और उसे वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना था। विस्तारा के संचालन को एयर इंडिया द्वारा संचालित किया जाएगा, जिससे एयर इंडिया की आंतरिक संरचना और नेटवर्क को और अधिक प्रभावी बनाने का प्रयास किया जाएगा।
सोमवार रात को ओडिशा से विस्तारा की अंतिम उड़ान दिल्ली के लिए रवाना हुई, जो इस विलय के दौरान विस्तारा के संचालन का अंत चिह्नित करती है। यह विमान (यूके 782) बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से रात 8.30 बजे रवाना हुआ और इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रात 10.55 बजे लैंड किया।
इस उड़ान के साथ विस्तारा के संचालन की औपचारिक समाप्ति हो गई, और अब इसके उड़ानें एयर इंडिया द्वारा संचालित होंगी। एयर इंडिया और विस्तारा की सेवा की गुणवत्ता और उड़ान नेटवर्क में किसी प्रकार का बड़ा परिवर्तन नहीं होगा। यात्रियों के लिए यह प्रक्रिया ज्यादातर पारदर्शी होगी, और वे पहले की तरह अपनी सुखद यात्रा का अनुभव ले सकेंगे।
विस्तारा और एयर इंडिया के विलय के बाद, एयर इंडिया के रूट और शेड्यूल पहले की तरह ही रहेंगे। इसके साथ ही, यात्रियों के अनुभव में भी कोई बड़ा बदलाव नहीं आएगा। विस्तारा द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं जैसे कि फ्लाइट अनुभव, भोजन, सीटिंग और पंक्तियों की सेवा में कोई बदलाव नहीं होगा। एयर इंडिया के पायलट और चालक दल वही होंगे जो पहले विस्तारा में थे, और वे उसी प्रकार से सेवा प्रदान करेंगे। टाटा समूह का उद्देश्य इस विलय के माध्यम से एयर इंडिया को एक नई दिशा देना है। एयर इंडिया को वैश्विक मानकों के हिसाब से एक प्रतिस्पर्धी और आधुनिक एयरलाइन बनाने के लिए टाटा समूह ने विस्तारा और एयर इंडिया के संयुक्त संसाधनों को एकीकृत किया है। इसके परिणामस्वरूप, एयर इंडिया का नेटवर्क और यात्रा अनुभव में सुधार होगा, और यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय विमानन उद्योग की ताकत को और बढ़ाएगा।
विस्तारा ने अपनी आखिरी उड़ान से पहले एक संदेश जारी किया, जिसमें उसने अपने सभी यात्रियों का धन्यवाद किया और उन्हें एयर इंडिया को फॉलो करने का आग्रह किया। विस्तारा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक भावुक पोस्ट में कहा, “इस अविस्मरणीय यात्रा का हिस्सा बनने और हमें अपने #VistaraLove से नहलाने के लिए धन्यवाद। हम इन यादों को हमेशा संजो कर रखेंगे। कृपया सभी ताजा जानकारी के लिए @airindia को फॉलो करें।” यह संदेश विस्तारा की टीम की ओर से उनके यात्रियों के लिए एक धन्यवाद था, जो अब एयर इंडिया के रूप में जारी रहेगा।
विलय के बाद, एयर इंडिया और विस्तारा दोनों ही एयरलाइनों के संसाधनों को साझा करेंगे और एक एकीकृत नेटवर्क का निर्माण करेंगे, जो एयर इंडिया को एक वैश्विक एयरलाइन बनाने में मदद करेगा। एयर इंडिया का यह नया रूप भारतीय यात्रियों के लिए अधिक अवसर और बेहतर सेवाएं प्रदान करेगा।
अंत में, इस विलय का परिणाम भारतीय विमानन उद्योग के लिए बहुत ही सकारात्मक हो सकता है, क्योंकि यह एयर इंडिया को वैश्विक मानकों के अनुसार एक प्रतिस्पर्धी और सशक्त एयरलाइन बनाने में मदद करेगा। विस्तारा और एयर इंडिया दोनों के संचालन को लेकर यात्रियों को कोई दिक्कत नहीं होगी, क्योंकि अधिकांश पहलू अपरिवर्तित रहेंगे।