चुरचू/हजारीबाग/झारखंड
रिपोर्टर :- बालदेव शर्मा
चुरचू प्रखण्ड मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर बाली पंचायत के ताला टोला आजादी के 78 साल बाद भी मूल भूत सुविधाओं से वंचित है। न तो सड़क न ही पेयजल और न ही बिजली की सुविधा। विकास के नाम पर जल मीनार लगाया गया है। परंतु चालू नही है। पीने के लिए महिलाएं एक किलोमीटर दूर चुवां से लाती हैं। बीमार व्यक्ति या प्रसव पीड़ा से पीड़ित महिलाओ को भी खटोली पर टांगकर लाया जाता है। चूंकि ताला टोला पहुंचने के लिए 5 किलोमीटर पगडंडियों और कच्ची सड़क से जंगलों के होकर गुजरना पड़ता है। आज तक सुध लेने न पदाधिकारी और न ही जन प्रतिनिधि, और न तो प्रसाशन पहुंची है। लोग वहां जाने से कतराते हैं। उस गांव के लोग कैसे जीवन यापन करते हैं इसकी फिकर किसी को नही है। जहाँ आदिवासी समुदाय के करीब 150 परिवार रहते हैं। गांव के दिनेश बेसरा, बिसराम बेसरा, अनील बेसरा, होपन बेसरा, सुरेस बेसरा, बाबुदास बेसरा, सुखदेव बेसरा, अनील टुडू, सुकर टुडू, गहन टुडू, बिरसा टुडू, रूपनी टुडू, पिटु हंसदा और पुसलाल टुडू ने गांव के लोगो की पीड़ा को बताया और कहा कि यदि सरकार एक माह के अंदर टाला टोला में मूल भूत सुविधा उपलब्ध नही करवाती है तो आने वाले विधान सभा चुनाव से हमलोग दूर रहेंगे, चुनाव में भाग नही लेंगे।