News By:Pulse24 News Desk
जोधपुर, 31 अगस्त – राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री, श्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने शनिवार को जोधपुर स्थित उम्मेद अस्पताल का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल के आईसीयू में 14 दिनों से भर्ती पीड़ित बच्ची से मुलाकात की और उसके इलाज और स्वास्थ्य के बारे में विस्तार से जानकारी ली। मंत्री ने अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिए कि पीड़ित बच्ची का बेहतरीन इलाज किया जाए और उसके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाए।
पीड़ित बच्ची का इलाज और चिकित्सा मंत्री का निर्देश
उम्मेद अस्पताल के दौरे के दौरान, चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर अफजल हकीम, डॉक्टर सुनील कोठारी, डॉक्टर रिजवाना शाही और डॉक्टर नीलम मीना से मुलाकात की। इन डॉक्टरों ने मंत्री को पीड़ित बच्ची के इलाज की वर्तमान स्थिति और उसकी सेहत में हो रहे सुधार के बारे में जानकारी दी। मंत्री ने कहा, “यह सुनिश्चित किया जाए कि पीड़ित बालिका को सर्वोत्तम चिकित्सा सेवा मिले और उसके स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जाए।” उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि बच्ची के इलाज में कोई भी कमी नहीं आनी चाहिए और उसकी रिकवरी में कोई भी बाधा न हो। मंत्री ने अस्पताल में बच्ची के साथ रह रहे उसके सात वर्षीय भाई से भी बातचीत की। मंत्री ने इस छोटी उम्र में भाई-बहन के साहस की सराहना की और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का भरोसा दिलाया।
अस्पताल में कैफेटेरिया शुरू करने के निर्देश
अपने दौरे के दौरान, चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल अधीक्षक को निर्देश दिए कि अस्पताल परिसर में एक अच्छा और स्वच्छ कैफेटेरिया शुरू किया जाए। उन्होंने कहा, “यह कैफेटेरिया मरीजों के परिजनों और अस्पताल के कर्मचारियों के लिए होगा, जहां उन्हें अच्छी गुणवत्ता वाला खाना और अन्य आवश्यक वस्तुएं उचित दर पर उपलब्ध होंगी। कैफेटेरिया की साफ-सफाई और गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होना चाहिए।” इस पर अस्पताल अधीक्षक ने मंत्री को आश्वस्त किया कि इस संबंध में एमआरएस (मेडिकल रिलीफ सोसाइटी) की आगामी बैठक में प्रस्ताव प्रस्तुत किया जाएगा और उसके बाद इस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
अस्पताल के विकास कार्यों का निरीक्षण
चिकित्सा मंत्री ने उम्मेद अस्पताल परिसर में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति का भी निरीक्षण किया। अस्पताल अधीक्षक ने मंत्री को बताया कि परिसर में पीजी इंस्टीट्यूट और पीजी हॉस्टल का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और यह आगामी डेढ़ माह में पूरा हो जाएगा। यह कार्य राजस्थान स्टेट रोड डवलपमेंट एंड कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (आरएसआरडीसी) द्वारा करवाया जा रहा है। मंत्री ने इन विकास कार्यों की गति पर संतोष व्यक्त किया और इन्हें निर्धारित समय में पूरा करने का निर्देश दिया।
महाराजा उम्मेद सिंह जी को श्रद्धांजलि
अस्पताल दौरे के दौरान, चिकित्सा मंत्री ने अस्पताल परिसर में स्थित महाराजा उम्मेद सिंह जी की मूर्ति पर माल्यार्पण किया और पुष्पांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने महाराजा की याद में कुछ क्षण मौन धारण किया और उनके योगदान को नमन किया।
कर्मचारी संघ द्वारा स्वागत और ज्ञापन प्रस्तुत
उम्मेद अस्पताल में चिकित्सा मंत्री के आगमन पर अस्पताल नर्सिंग कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विजेंद्र सिंह मेड़तिया और संघ के अन्य पदाधिकारियों ने मंत्री का माल्यार्पण कर स्वागत किया। संघ ने इस अवसर का उपयोग करते हुए अपनी मांगों के संबंध में मंत्री को एक ज्ञापन भी सौंपा। मंत्री ने कर्मचारियों की मांगों को ध्यानपूर्वक सुना और उन्हें आश्वासन दिया कि इन मांगों पर जयपुर में संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी। उन्होंने कर्मचारियों को जयपुर आकर इस संबंध में और विस्तार से बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया।
अन्य प्रमुख अधिकारी उपस्थित
इस दौरे के दौरान, महात्मा गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर फतेह सिंह भाटी, डॉक्टर मोहन मकवाना, डॉक्टर संदीप चौधरी, लेखाधिकारी तेज सिंह और मोहन सिंह जोधा भी उपस्थित थे। इन सभी अधिकारियों ने मंत्री को अस्पताल के विभिन्न कार्यों और प्रगति के बारे में जानकारी दी और मंत्री से आवश्यक दिशा-निर्देश प्राप्त किए।
चिकित्सा मंत्री श्री गजेंद्र सिंह खींवसर का उम्मेद अस्पताल दौरा इस बात का स्पष्ट संकेत था कि राज्य सरकार अस्पतालों में मरीजों की देखभाल और चिकित्सा सुविधाओं की गुणवत्ता को लेकर गंभीर है। मंत्री द्वारा पीड़ित बच्ची के इलाज पर विशेष ध्यान देने के निर्देश और अस्पताल में कैफेटेरिया की स्थापना का सुझाव इस बात का प्रतीक है कि सरकार न केवल चिकित्सा सेवा में सुधार कर रही है, बल्कि मरीजों और उनके परिजनों की सहूलियत का भी ख्याल रख रही है। उम्मेद अस्पताल में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति पर मंत्री ने संतोष व्यक्त किया और इन्हें समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। मंत्री के दौरे से अस्पताल कर्मचारियों में भी एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है और उन्हें उम्मीद है कि उनकी मांगों पर जल्द ही सकारात्मक कदम उठाए जाएंगे।