LOKSABHA ELEACTION 2024-पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा बोले- चुनावी प्रक्रिया को विश्वसनीय बनाना आयोग के सामने बड़ी चुनौती,
पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा का कहना है कि चुनावों से पहले लेवल प्लेइंग फील्ड (सबको बराबरी का मौक़ा) के उल्लंघन के आरोपों की जांच करने का अधिकार चुनाव आयोग को है.
पूर्व चुनाव आयुक्त अशोक लवासा का कहना है कि चुनावों से पहले लेवल प्लेइंग फील्ड (सबको बराबरी का मौक़ा) के उल्लंघन के आरोपों की जांच करने का अधिकार चुनाव आयोग को है,साथ ही लवासा का मानना है कि चुनावों के दौरान जांच एजेंसियों को मॉडल कोड ऑफ़ कंडक्ट के दायरे में लाना चाहिए या नहीं, ये एक बड़ा सवाल है.
उनके मुताबिक़ बड़ा सवाल ये भी है कि क्या ऐसा करने से चुनाव आयोग अपने मुख्य काम- जो की कुशल, निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव करवाना है, उससे भटक जाएगा ?
लोकसभा चुनाव कुछ ही दिन दूर हैं और जहाँ राजनीतिक दल वोटरों को लुभाने में लगे हैं. वहीं सब निगाहें इलेक्शन कमीशन या चुनाव आयोग पर भी टिकी हैं क्योंकि एक स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाने का सारा दारोमदार चुनाव आयोग पर ही है, जनता के विश्वास को ध्यान में रखकर बिना किसी राजनितिक दबाव के चलना जरुरी है.
इसी बीच पिछले कुछ हफ़्तों में राजनीतिक सरगर्मी तब बढ़ गई, जब पहले झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उसके बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ़्तार कर लिया,आये दिन नेता दल बदल रहे हैं,