LOKSABHA ELECTION 2024 : राज ठाकरे ने दिया NDA को समर्थन, PM मोदी की तारीफ़ों के पुल बांधकर कार्यकर्ताओं को दिए निर्देश,
आम तौर पर सभी पार्टियों में फुट देखने को मिलती है कोई पार्टी आमने सामने की लड़ाई लड़ती है तो पीछे रहकर तमाशा देखती है, और इस तमाशे का फायदा सिर्फ उन्ही को होता है जो परदे के पीछे रहकर तमाशा देखते हैं,
ऐसा तो क्या हुआ की MNS प्रमुख राज ठाकरे को जिस पार्टी ने आगे बढ़ाया और पहचान दी आज उसी पार्टी के नाम से उनको नफरत इस कदर हो गई है की प्रतिद्वंदियों के साथ रहकर उसी पार्टी को खत्म करने की तैयारियां चल रही है , राज ठाकरे पहले भी कई बार शिवसेना को टारगेट कर चुके हैं और भले ही वो ज्यादा खुलकर नहीं बोलते पर भारतीय जनता पार्टी के साथ उनका वर्ताव यह साफ़ साफ़ बता देता है की वो उद्धव ठाकरे परिवार के साथ कभी भी एक छत के निचे नहीं खड़े हो पाएंगे, जब की जिस समय शिवसेना पर संकट के बदल मंडरा रहे थे तब सभी गीले शिकवों को भूलकर अपने भाई और अपनी पार्टी जिन्होंने ने राज को राज ठाकरे बनाया उनके साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर खड़ा रहना था।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति ( महागठबंधन ) को लोकसभा चुनाव में बिना शर्त समर्थन की घोषणा की है। महाराष्ट्र में भारतीय नववर्ष के सांस्कृतिक एवं पारंपरिक पर्व पर ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में अपनी पार्टी की एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव देश का भविष्य तय करनेवाले होते हैं । हमारा देश इस समय सबसे युवा देश है,महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने महाराष्ट्र में भाजपानीत महायुति (महागठबंधन) को लोकसभा चुनाव में बिना शर्त समर्थन की घोषणा की है। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटने के निर्देश भी दिए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हमारी अपेक्षा है कि वह देश के युवाओं पर ध्यान दें। हम सिर्फ नरेंद्र मोदी के लिए लोकसभा सभा चुनाव में भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट) एवं राकांपा (अजीत गुट) की महायुति को बिना शर्त समर्थन देंगे। उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि हमारी पार्टी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन आप लोग अभी से विधानसभा चुनाव की तैयारियों में लग जाइए।
राज ठाकरे ने माना कि भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस एवं मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उन्हें महायुति में शामिल करने के इच्छुक थे। लेकिन राज ने कहा कि हमें सीटों की बातचीत में कोई रुचि नहीं थी। हमें न राज्यसभा चाहिए, न विधान परिषद चाहिए। दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से हुई अपनी मुलाकात का जिक्र करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि किसी से मुलाकात करने में हर्ज क्या है।
1980 में शिवसेना संस्थापक बालासाहब ठाकरे भी तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी एवं उनके पुत्र संजय गांधी से मिलने दिल्ली गए थे। मुझसे भी मिलने मेरे घर तमाम लोग आते रहते हैं। कोई किसी से मिलने जाए तो छोटा नहीं हो जाता। उन्होंने कहा कि वह भाजपा नेता प्रमोद महाजन के निधन के बाद गुजरात गए थे। तब वहां के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के काम से वह प्रभावित थे। उन्हें उम्मीद थी कि वह प्रधानमंत्री बनकर पूरे देश के लिए वैसा काम करेंगे।
राज ने कहा कि इसीलिए मैंने तब कहा था कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनना चाहिए, जब उनकी पार्टी ने भी उन्हें प्रधानमंत्री बनाने की बात नहीं की थी। राज के अनुसार उन्हें जो बात अच्छी लगती है, उसकी प्रशंसा करते हैं। लेकिन जो बात अच्छी नहीं लगती, उसकी आलोचना भी करते हैं। साथ ही अनेक मौकों पर प्रधानमंत्री की आलोचना भी की है। इसी के साथ अपने चचेरे भाई पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लेकिन उद्धव ठाकरे और संजय राउत की तरह सिर्फ इसलिए आलोचना नहीं की कि उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया।