News By:Pulse24 News Desk
भचाऊ, गुजरात: भचाऊ तालुका के वढिया सीमा में एसआरएसएस एग्रो कंपनी द्वारा खेतों में रासायनिक पानी छोड़े जाने से स्थानीय किसानों के खेतों को गंभीर नुकसान हुआ है। हालांकि, यह कंपनी गांव के विकास और रोजगार सृजन के लिए जानी जाती है, लेकिन इस बार इसकी गतिविधियों ने गांववासियों को परेशान कर दिया है।एसआरएसएस एग्रो कंपनी ने खेतों में रसायनों के निस्तारण के लिए नियमों का पालन करने का दावा किया है, लेकिन प्रत्यक्ष रिपोर्ट्स और स्थानीय शिकायतें इसके विपरीत हैं। यह कंपनी केमिकल्स को अवैध रूप से आम नाले में छोड़ रही है, जिससे प्रदूषण और गंदगी फैल रही है।
स्थानीय किसानों की शिकायतें
स्थानीय किसानों ने आरोप लगाया है कि कंपनी के रसायनों से उनके खेतों की मिट्टी और पानी प्रदूषित हो गए हैं, जिससे फसलों की पैदावार में भारी कमी आई है। किसानों ने यह भी बताया कि यह कंपनी केवल गांव के विकास और रोजगार सृजन के लिए ही जानी जाती है, लेकिन अब इसके कृत्यों ने गांववासियों की रोजी-रोटी को भी खतरे में डाल दिया है।
प्रदूषण और अवैध निस्तारण
सवाल उठ रहा है कि एसआरएसएस एग्रो कंपनी को रसायनों का अवैध निस्तारण करने की अनुमति किसने दी? प्रदूषण और गंदगी के स्पष्ट संकेतों को देखते हुए भी अधिकारी क्यों चुप हैं? स्थानीय निवासियों और किसानों ने यह भी सवाल उठाया है कि कंपनी के रसायनों के अवैध निस्तारण को छुपाने के लिए किसने पैसे के पैकेटों का लेन-देन किया है?
अधिकारियों की चुप्पी और भ्रष्टाचार का संदेह
चौंकाने वाली बात यह है कि एसआरएसएस एग्रो कंपनी के रसायनों को अवैध रूप से नाले में छोड़ने की घटनाओं की जांच में अधिकारी असफल रहे हैं। यह सवाल उठ रहा है कि इस प्रदूषण की समस्या पर पर्दा डालने के लिए किसी ने गुप्त आशीर्वाद का सहारा लिया है या पैसे का लेन-देन किया है।
भविष्य की दिशा और समाधान
वर्तमान में, यह स्पष्ट नहीं है कि इस प्रदूषण के मामले में अधिकारियों द्वारा क्या ठोस कार्रवाई की जाएगी। यह महत्वपूर्ण है कि इस मामले की गहन जांच की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही, एसआरएसएस एग्रो कंपनी को अपने रसायनों के निस्तारण के लिए पर्यावरणीय मानकों का पालन करना सुनिश्चित करना चाहिए।
स्थानीय किसानों और निवासियों ने मांग की है कि इस मुद्दे की उच्चस्तरीय जांच की जाए और भचाऊ तालुका के वातावरण और जल स्रोतों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।