मध्यप्रदेश में ट्रेन हादसा : इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतरे

मध्यप्रदेश में ट्रेन हादसा : इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे पटरी से उतरे

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जबलपुर, मध्य प्रदेश: शनिवार की सुबह जबलपुर रेलवे स्टेशन के पास एक गंभीर हादसा होते-होते बच गया। इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस के दो डिब्बे प्लेटफार्म पर पहुँचने से पहले ही पटरी से उतर गए। इस घटना में किसी भी यात्री को कोई नुकसान नहीं पहुंचा, लेकिन इस हादसे ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हादसे का विवरण
शनिवार की सुबह लगभग 5:50 बजे इंदौर-जबलपुर ओवरनाइट एक्सप्रेस जबलपुर स्टेशन के निकट पहुंची। ट्रेन की गति उस समय धीमी थी, क्योंकि वह प्लेटफार्म पर प्रवेश करने ही वाली थी। लेकिन अचानक, ट्रेन के दो डिब्बे पटरी से उतर गए। ट्रेन की धीमी गति होने के कारण यह दुर्घटना बड़ी दुर्घटना में नहीं बदली और सभी यात्री सुरक्षित रहे। दुर्घटना स्थल स्टेशन से लगभग 150 मीटर की दूरी पर स्थित था। ट्रेन में सवार यात्रियों के लिए यह घटना बेहद डरावनी थी। एक यात्री ने बताया, “हम सभी सो रहे थे जब अचानक एक जोरदार झटका महसूस हुआ। जब हमने बाहर देखा, तो हमें समझ में आया कि कुछ गड़बड़ हो गई है। लेकिन रेलवे कर्मचारियों ने हमें जल्दी से आश्वासन दिया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।”

रेलवे प्रशासन की त्वरित कार्रवाई
दुर्घटना के तुरंत बाद, रेलवे प्रशासन हरकत में आया। पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) हर्षित श्रीवास्तव ने जानकारी दी, “यह घटना ट्रेन के प्लेटफार्म पर पहुँचने से ठीक पहले घटी। ट्रेन उस समय डेड स्टॉप स्पीड पर थी, जिससे कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। सभी यात्री सुरक्षित हैं और वे अपने घरों के लिए रवाना हो चुके हैं।” रेलवे विभाग के अधिकारी और कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया। पटरी से उतरे डिब्बों को वापस पटरी पर लाने और रेलवे ट्रैक पर आवागमन पुनः शुरू करने का कार्य तेजी से चल रहा है। रेलवे ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

रेलवे यातायात पर असर
इस हादसे के चलते जबलपुर स्टेशन पर कुछ समय के लिए ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया। हालांकि, रेलवे प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के कारण स्थिति को जल्द ही सामान्य कर लिया गया। हादसे के बाद ट्रेनों की आवाजाही को पुनः शुरू करने में कुछ घंटों का समय लगा, लेकिन इससे यात्रियों को ज्यादा परेशानी नहीं हुई। इस घटना ने एक बार फिर से रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, रेलवे प्रशासन ने इसे एक आकस्मिक घटना करार दिया है, लेकिन यह जरूरी है कि इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए रेलवे सुरक्षा में सुधार किया जाए। पटरी से उतरने की घटनाएं भारतीय रेलवे के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बनी हुई हैं और इसे रोकने के लिए त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।

यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर, रेलवे को अपनी व्यवस्थाओं को और मजबूत करना होगा। इस हादसे में किसी की जान नहीं गई, यह एक बड़ी राहत की बात है, लेकिन इसे एक चेतावनी के रूप में लेना आवश्यक है। रेलवे प्रशासन को इस घटना की पूरी जांच करनी चाहिए और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने चाहिए।


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