News By:Pulse24 News Desk
जम्मू और कश्मीर के आगामी विधानसभा चुनावों के बीच सियासी पारा लगातार चढ़ता जा रहा है। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को एक बड़ी सियासी हलचल पैदा करते हुए दावा किया कि इंजीनियर रशीद की पार्टी अवामी इत्तिहाद पार्टी (AIP) असल में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की छद्म पार्टी है। महबूबा मुफ्ती के इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है और इसे चुनावी रणनीति का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।
महबूबा मुफ्ती का आरोप
महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया कि इंजीनियर रशीद की पार्टी AIP को कश्मीर में भाजपा का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा, “AIP कोई स्वतंत्र पार्टी नहीं है बल्कि भाजपा की ‘बी टीम’ है, जो कश्मीर के अवाम को गुमराह करने के लिए खड़ी की गई है।” उन्होंने कश्मीरियों को आगाह करते हुए कहा कि उन्हें ऐसे दलों और नेताओं से सावधान रहना चाहिए, जो छिपे हुए एजेंडे के तहत काम कर रहे हैं।
नेकां और कांग्रेस पर भी निशाना
महबूबा मुफ्ती ने इस मौके पर नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) और कांग्रेस पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर नेकां और कांग्रेस वास्तव में सिद्धांतवादी होते, तो 1987 के चुनाव में धांधली करके जम्मू-कश्मीर की जनता को खून के दरिया में न धकेलते। महबूबा का इशारा उस विवादित चुनाव की ओर था, जिसके बाद घाटी में उग्रवाद की शुरुआत हुई थी। उन्होंने कहा कि “इन दोनों पार्टियों की नीतियों ने कश्मीर के लोगों को बहुत नुकसान पहुंचाया है।”
इंजीनियर रशीद की स्थिति
इंजीनियर रशीद, जो AIP के प्रमुख हैं, इस समय तिहाड़ जेल में बंद हैं। उन पर आतंकी फंडिंग के आरोप हैं, और उनके खिलाफ जांच चल रही है। महबूबा मुफ्ती ने उनके खिलाफ कठोर शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि “ऐसे लोगों का समर्थन करना, जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, कश्मीर के लिए घातक हो सकता है।”
चुनावी माहौल और भविष्य की चुनौतियाँ
महबूबा मुफ्ती के इस बयान से जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में हलचल तेज हो गई है। आगामी चुनावों में इस बयान का क्या प्रभाव पड़ेगा, यह देखने वाली बात होगी। एक तरफ जहां महबूबा मुफ्ती AIP और बीजेपी को एक साथ जोड़ने की कोशिश कर रही हैं, वहीं दूसरी ओर, नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस पर भी उन्होंने सख्त रुख अपनाया है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
महबूबा मुफ्ती के इस दावे पर जनता और राजनीतिक विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएं मिलीजुली हैं। कुछ लोग इसे सियासी खेल मानते हैं, जबकि कुछ इसे सच्चाई के करीब मानते हैं। आने वाले दिनों में चुनावी माहौल और भी गरमाने की संभावना है, और इस बीच महबूबा मुफ्ती के बयान ने चर्चा को और अधिक जीवंत कर दिया है।
इस प्रकार, जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक परिदृश्य में हर दिन नए मोड़ आ रहे हैं। महबूबा मुफ्ती का यह आक्रामक रुख आगामी चुनावों में PDP की रणनीति का संकेत हो सकता है, जिसे वे बीजेपी और AIP के खिलाफ इस्तेमाल कर सकती हैं। अब देखना होगा कि ये बयान आने वाले समय में किस तरह का प्रभाव डालते हैं और क्या यह PDP के लिए लाभदायक साबित होता है।