News By:Pulse24 News Desk
राजस्थान- जोधपुर गायनी एवं आब्सटेट्रिक सोसाइटी (JOGOS), जो कि फेडरेशन ऑफ गायनी एंड आब्सटेट्रिक सोसायटी इंडिया (FOGSI) की एक स्थानीय शाखा है, ने आज दोपहर 3 से 4 बजे के बीच डॉ. एस. एन. मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में एक महत्वपूर्ण विरोध प्रदर्शन आयोजित किया। इस प्रदर्शन का उद्देश्य कोलकाता में एक रेजिडेन्ट डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ अपनी आवाज उठाना था और केंद्र और राज्य सरकारों से त्वरित कार्यवाही की मांग करना था।
प्रदर्शन का उद्देश्य और मांगें
प्रदर्शनकारियों ने केंद्र और राज्य सरकारों से दोषियों के खिलाफ त्वरित और निष्पक्ष जांच की मांग की। उन्होंने मांग की कि जांच एंजेसियों द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई को शीघ्रता से पूरा किया जाए ताकि पीड़ित परिवार और बंगाल तथा भारत भर के चिकित्सा समुदाय की संवेदनाओं का सम्मान किया जा सके।
प्रदर्शन में भाग लेने वाले प्रमुख व्यक्ति
इस विरोध प्रदर्शन में FOGSI जोधपुर की अध्यक्ष डॉ. रिजवाना शाहिन, IMA के अध्यक्ष डॉ. संजय मकवाना, सचिव डॉ. सिद्धार्थ लोढा, कोषाध्यक्ष डॉ. प्रवीण जैन, वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रंजना देसाई, डॉ. इंदिरा भाटी, वरिष्ठ चक्षु रोग विशेषज्ञ डॉ. संजीव देसाई और अन्य चिकित्सक शामिल हुए।
JOGOS के सचिव डॉ. बी. एस. जोधा ने जानकारी देते हुए बताया कि FOGSI इंडिया की 284 शाखाओं के लगभग 44,000 स्त्री रोग विशेषज्ञ और अन्य डॉक्टरों ने आज के दिन एक साथ इस विरोध प्रदर्शन में भाग लिया है।
प्रदर्शन की विशेषताएँ
- स्थल: डॉ. एस. एन. मेडिकल कॉलेज प्रांगण, जोधपुर
- समय: दोपहर 3 से 4 बजे
- उद्देश्य: कोलकाता में रेजिडेन्ट डॉक्टर के दुष्कर्म और हत्या के खिलाफ विरोध और न्याय की मांग
प्रदर्शनकारियों ने न्याय की मांग करते हुए शांति और एकता का संदेश दिया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई और शीघ्र न्याय की आवश्यकता पर जोर दिया। यह विरोध प्रदर्शन न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक महत्वपूर्ण संदेश देता है कि चिकित्सा समुदाय इस प्रकार की घटनाओं को बर्दाश्त नहीं करेगा और दोषियों को कड़ी सजा दिलवाने के लिए प्रतिबद्ध रहेगा।
प्रदर्शन के दौरान, चिकित्सकों ने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए समाज और सरकारों को मिलकर काम करना होगा, और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।