News By:Pulse24 News Desk
राजस्थान, जोधपुर में यातायात पुलिस आयुक्तालय ने एक महत्वपूर्ण पहल के तहत सीपीआर (कार्डियक पल्स रेससिटेशन) प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया। इस शिविर का उद्घाटन पुलिस आयुक्त श्री राजेन्द्रसिंह की अभिनव पहल पर किया गया, जिसमें यातायात विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही।
प्रशिक्षण शिविर का आयोजन:
शिविर का आयोजन यातायात पुलिस आयुक्तालय जोधपुर में यातायात नियन्त्रण कक्ष में किया गया। इस प्रशिक्षण शिविर की अध्यक्षता श्री राजर्षि राज वर्मा, पुलिस उपायुक्त यातायात जोधपुर ने की, और यह श्री दुर्गाराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात जोधपुर, श्री रविन्द्र कुमार बोथरा, सहायक पुलिस आयुक्त यातायात पूर्व, और श्री कैलाश पारीक, सहायक पुलिस आयुक्त यातायात पश्चिम की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
प्रशिक्षण के प्रमुख बिंदु:
प्रशिक्षण शिविर में सुप्रसिद्ध सीपीआर प्रशिक्षक डॉ. श्री राजेन्द्र तातेड़ और श्री सुरेन्द्र सिधवी ने रबड़ के मानव स्टैच्यू की सहायता से यातायात पुलिसकर्मियों को सीपीआर के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण के दौरान निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर ध्यान केंद्रित किया गया:
- कार्डियक अरेस्ट और हृदयाघात: इन आपातकालीन परिस्थितियों में तत्काल प्राथमिक उपचार की विधियाँ।
- बच्चों में आपातकालीन स्थितियाँ: छोटे बच्चों के गले में सिक्के या अन्य वस्तुओं के फंस जाने पर किए जाने वाले उपचार।
- डूबने की घटनाएँ: डूबने की स्थिति में किए जाने वाले प्राथमिक उपचार की विधियाँ।
प्रशिक्षण के दौरान, सभी पुलिसकर्मियों को व्यवहारिक सीपीआर तकनीक का प्रदर्शन करने का मौका मिला, जिससे उन्हें आपातकालीन स्थितियों में उचित प्रतिक्रिया देने के लिए तैयार किया गया।
डॉ. राजेन्द्र तातेड़ का योगदान:
डॉ. राजेन्द्र तातेड़, जोधपुर के स्थानीय निवासी हैं और उत्तर भारत में सीपीआर के क्षेत्र में एक प्रमुख हस्ती के रूप में जाने जाते हैं। उनके नेतृत्व में आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर ने यातायात पुलिसकर्मियों को जीवनरक्षक तकनीकों में दक्षता प्राप्त करने का महत्वपूर्ण अवसर प्रदान किया।
शिविर प्रभारी का संदेश:
शिविर के प्रभारी श्री दुर्गाराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त यातायात, ने इस अवसर पर डॉ. राजेन्द्र तातेड़ और उनकी टीम का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण पुलिसकर्मियों को आपातकालीन परिस्थितियों में बेहतर सेवाएं प्रदान करने में मदद करेंगे और आम जनमानस की सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे।
इस प्रशिक्षण शिविर के सफल आयोजन से यातायात पुलिसकर्मियों में सीपीआर के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ी है और उन्हें जीवनरक्षक प्राथमिक उपचार की विधियों में प्रवीणता प्राप्त हुई है, जिससे वे भविष्य में किसी भी आपातकालीन स्थिति का प्रभावी ढंग से सामना कर सकेंगे।