News By:Pulse24 News Desk
कोरबा जिला में 12 सितंबर 2024 से 23 सितंबर 2024 तक 2598 आंगनबाड़ी केंद्रों पर “वजन त्यौहार” का आयोजन किया जा रहा है। इस विशेष अभियान का उद्देश्य 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के वजन और ऊंचाई की वास्तविक स्थिति की जानकारी प्राप्त करना और उनकी पोषण स्थिति को बेहतर बनाना है।
कार्यक्रम की शुरुआत:
वजन त्यौहार के इस अभियान की शुरुआत महिला एवं बाल विकास विभाग, कोरबा द्वारा 12 सितंबर को ग्राम पंडरीपानी सेक्टर डुमरडीह में की गई। इस कार्यक्रम में श्रीमती रेनू प्रकाश, जिला कार्यक्रम अधिकारी, श्रीमती ममता तुली, परियोजना अधिकारी, और ग्राम पंचायत पंडरीपानी की सरपंच श्रीमती मदांकिनी कंवर ने उपस्थित होकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्थानीय महिलाएं और बच्चे भी मौजूद थे।
कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु:
- पोषण माह के महत्व पर चर्चा: श्रीमती रेनू प्रकाश ने महिला और बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत बच्चों के वजन स्तर और पोषण के संबंध में जानकारी प्रदान की जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्रों पर यह जानकारी पूरी तरह से निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी।
- वजन त्यौहार का उद्देश्य: वजन त्यौहार का मुख्य उद्देश्य छोटे बच्चों के वजन और ऊंचाई की सटीक जानकारी एकत्र करना है। इसके माध्यम से बच्चों की पोषण स्थिति का मूल्यांकन किया जाएगा और जरूरत के अनुसार उचित पोषण उपाय अपनाए जाएंगे।
- पोषण रथ का शुभारंभ: राष्ट्रीय पोषण माह 2024 के तहत एक पोषण रथ भी रवाना किया गया है। यह रथ जिले के विभिन्न ग्राम पंचायतों का भ्रमण करेगा और लोगों को पोषण संबंधी जागरूकता प्रदान करेगा। पोषण रथ के माध्यम से स्वास्थ्य और पोषण के महत्व पर प्रकाश डाला जाएगा और बच्चों के पोषण स्तर को सुधारने के लिए सुझाव दिए जाएंगे।
पोषण रथ की भूमिका:
पोषण रथ जिले के दूर-दराज के गांवों में जाकर लोगों को पोषण संबंधी जानकारी और जागरूकता प्रदान करेगा। यह रथ विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जाएगा जहां पोषण की जानकारी और सुविधाएं सीमित हैं। इसके माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में भी पोषण संबंधित समस्याओं के समाधान और शिक्षा प्रदान की जाएगी।
इस आयोजन के माध्यम से कोरबा जिला में बच्चों की पोषण स्थिति को बेहतर बनाने और उनके स्वास्थ्य की निगरानी करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग की इस पहल से उम्मीद की जा रही है कि जिले के सभी बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण की सुविधा मिल सकेगी। इस प्रयास से बच्चों की जीवनशैली में सुधार होगा और उनके विकास के लिए आवश्यक पोषण की प्राप्ति सुनिश्चित होगी।