News By:Pulse24 News Desk
कानपुर – भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को कानपुर के यशोदा नगर बाईपास पर सपा के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का पुतला फूंका। यह प्रदर्शन अखिलेश यादव द्वारा माफिया और धार्मिक मठाधीशों की एक साथ तुलना करने के बयान को लेकर आयोजित किया गया था।
घटना का विवरण
भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर आक्रोश जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव का बयान हिंदू समुदाय के धार्मिक प्रतीकों और उनके प्रति आस्था का अपमान करता है। कार्यकर्ताओं ने इस बयान को लेकर विरोध स्वरूप उनका पुतला जलाया और नारेबाजी की।
विरोध प्रदर्शन की वजह
भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि अखिलेश यादव का बयान माफिया और धार्मिक मठाधीशों को एक ही स्तर पर रखकर हिंदू धार्मिक मान्यताओं का अपमान करता है। उन्होंने इस बयान को राजनीतिक स्वार्थ सिद्धि का प्रयास बताते हुए निंदा की। भाजपा युवा मोर्चा के सदस्यों ने यह भी आरोप लगाया कि इस तरह के बयानों से सामाजिक सौहार्द को प्रभावित किया जा सकता है।
प्रदर्शन का असर
प्रदर्शनकारियों ने अखिलेश यादव का पुतला जलाते हुए ‘अखिलेश यादव मुर्दाबाद’ के नारे लगाए और सपा के खिलाफ विरोध प्रकट किया। प्रदर्शनकारियों ने यह भी चेतावनी दी कि अगर सपा प्रमुख ने अपने बयान को लेकर सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगी, तो उनके खिलाफ आगे भी विरोध जारी रहेगा।
पुलिस की प्रतिक्रिया
प्रदर्शन के दौरान पुलिस बल की तैनाती की गई थी ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन खत्म करने की सलाह दी और किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए सतर्कता बरती।
भाजपा का बयान
भाजपा के नेताओं ने इस प्रदर्शन को लेकर कहा कि उनका उद्देश्य समाज में शांति और सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखना है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा ऐसे विवादित बयान दिए जा रहे हैं जो समाज में विघटन पैदा करते हैं। भाजपा ने अखिलेश यादव से अपेक्षा की कि वे अपने बयान पर स्पष्टीकरण दें और इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगें।
कानपुर में भाजपा युवा मोर्चा द्वारा आयोजित यह विरोध प्रदर्शन अखिलेश यादव के विवादित बयान को लेकर भाजपा के आक्रोश को दर्शाता है। भाजपा कार्यकर्ताओं का मानना है कि ऐसे बयानों से सामाजिक तनाव उत्पन्न होता है और इसे लेकर वे आगे भी विरोध जारी रख सकते हैं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित रखने की कोशिश की है और भविष्य में शांति बनाए रखने की दिशा में कदम उठाए हैं।