News By:Pulse24 News Desk
मेरठ- जाकिर कॉलोनी में रविवार की रात भारी बारिश के कारण एक तीन मंजिला भवन ढह गया, जिससे एक ही परिवार के 15 लोग मलबे में दब गए। इस भीषण हादसे में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। मृतकों में पांच बच्चे भी शामिल हैं।
हादसे की वजह
जानकारी के अनुसार, ढहा हुआ मकान 50 साल पुराना था और केवल एक पिलर पर खड़ा था, जो कि गेट पर स्थित था। मकान की दीवारें भी महज 4 इंच मोटी थीं। भवन में पानी निकालने की कोई व्यवस्था नहीं थी और पशुओं की गोबर दीवारों में ही जमा हो रही थी। मकान के भूतल पर 20 साल से अलाउद्दीन और उनके चार बेटे – साजिद, नदीम, नईम, और साकिब – पशुओं की डेयरी चला रहे थे, जबकि उपरी मंजिल पर चारों भाइयों के परिवार रहते थे।
सीएम योगी ने बचाव कार्यों के दिए निर्देश:
सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया है और अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। साथ ही सीएम ने बचाव कार्यों में तेजी लाने को कहा है।
हादसे का विवरण:
मृतक:
- साजिद (40 वर्ष) – पिता अलाउद्दीन
- सानिया (15 वर्ष) – पुत्री साजिद
- सिमरा (डेढ़ साल) – पुत्री शहजाद
- साकिब (11 वर्ष) – पुत्र साजिद
- रीजा (7 वर्ष) – पुत्री साकिब
- नफीसा उर्फ नफ्फो (63 वर्ष) – पत्नी अलाउद्दीन
- फरहाना (20 वर्ष) – पत्नी नदीम
- अलीशा (18 वर्ष) – पत्नी नईम
- आलिया (6 वर्ष) – पुत्री आबिद
- रिमसा (पांच माह) – पुत्री नईम
घायल:
- नईम (22 वर्ष) – पुत्र अलाउद्दीन
- नदीम (26 वर्ष) – पुत्र अलाउद्दीन
- साकिब (20 वर्ष) – पुत्र अलाउद्दीन
- सायना (38 वर्ष) – पत्नी साजिद
- सोफियान (6 वर्ष)
रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा
हादसे के बाद लगातार हो रही बारिश ने रेस्क्यू ऑपरेशन को गंभीर रूप से प्रभावित किया। संकरी गलियों के कारण जेसीबी और अन्य आवश्यक उपकरण घटनास्थल तक नहीं पहुंच सके। तेज बारिश के कारण मलबा हटाने में क्षेत्रीय लोगों और पुलिस को कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कई महिलाएं मलबे में दबे अपने परिवार की सुरक्षा के लिए दुआ करती नजर आईं।
नगर निगम की लापरवाही
इस घटना ने नगर निगम की लापरवाही को उजागर किया है। आदेशों के बावजूद कॉलोनी में अवैध डेयरी व्यवसाय चल रहा था, जो इस हादसे का मुख्य कारण बना। जिला अधिकारी दीपक मीणा ने इस मामले में जांच की बात कही है और जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
मुख्य बिंदु
- हादसा जाकिर कॉलोनी के 300 गज के मकान में हुआ, जो एक ही पिलर पर खड़ा था।
- भारी बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा उत्पन्न हुई।
- नगर निगम की लापरवाही ने हादसे को और गंभीर बना दिया।