प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था पर सवाल, मांडवा में मिली एक्सपायरी दवा

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था पर सवाल, मांडवा में मिली एक्सपायरी दवा

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गुजरात- वलसाड: वलसाड जिले के आदिवासी इलाकों में संचालित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लंबे समय से विवादों और आलोचनाओं का केंद्र बने हुए हैं। हाल ही में कपराडा तालुका के मांडवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एक घटना ने इन आरोपों को और भी गंभीरता से उठाया है। यहां एक मरीज को एक्सपायर्ड दवा देने का मामला सामने आया है, जिसने वलसाड जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घटना का विवरण:
मांडवा गांव के एक मरीज ने बुखार की दवा लेने के लिए मांडवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया। डॉक्टर ने मरीज को दवा दी, लेकिन जब गांव के एक जागरूक नागरिक ने दवा की तारीख देखी, तो पता चला कि दवा की समय सीमा समाप्त हो चुकी थी। यह जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों में दवा की गुणवत्ता और स्वास्थ्य केंद्र की कार्यप्रणाली को लेकर चिंता और असंतोष फैल गया।

स्वास्थ्य केंद्र की लापरवाही:
मांडवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति को लेकर लंबे समय से शिकायतें आ रही थीं कि यहां मरीजों को उचित उपचार नहीं मिल रहा है और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के डॉक्टर और स्टाफ की लापरवाही के कारण मरीजों को निजी डॉक्टरों से दवा लेनी पड़ रही है। इस घटना ने इन शिकायतों को और भी बल दिया है।

डॉक्टर का बयान:
डॉ. महेश, तालुका हेल्थ ऑफिसर (THO) ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि यह घटना एक गलती के कारण हुई। उन्होंने बताया कि सुबह की ओपीडी में भीड़ अधिक थी और एक 11 वर्षीय बच्चे को बुखार और खांसी की समस्या के साथ देखा गया था। डॉ. महेश ने बच्चे की जांच की और दवा लिखी, जिसे फार्मासिस्ट के पास भेजा गया। हालांकि, स्वास्थ्य केंद्र का फार्मासिस्ट उस समय तालुका स्तर पर वैक्सीनेशन के लिए गया हुआ था। इसके परिणामस्वरूप, दवा देने का काम स्टाफ नर्स ने किया।

डॉ. महेश ने बताया कि एक्सपायरी डेट वाली दवा हमेशा अलग रखी जाती है, लेकिन गलती से यह दवा छूट गई और स्टाफ नर्स ने दवा देने में गलती की।

स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
घटना की जानकारी मिलने के बाद, मांडवा गांव के लोगों में दवा की गुणवत्ता और स्वास्थ्य केंद्र की व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर चिंता जताई गई। उन्होंने इस घटना की जांच की मांग की है और यह सवाल उठाया है कि कितने और मरीजों को एक्सपायर्ड दवा दी गई होगी। स्थानीय नागरिकों ने आरोप लगाया कि इस तरह की लापरवाही स्वास्थ्य केंद्र की विश्वसनीयता को नष्ट कर देती है और मरीजों की सुरक्षा को खतरे में डालती है।

जांच की मांग:
स्थानीय लोगों और मरीजों की बढ़ती चिंता के मद्देनजर, मांडवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के कार्यों की जांच की मांग उठाई गई है। जनता ने स्थानीय प्रशासन से इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके और स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार किया जा सके।


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