News By:Pulse24 News Desk
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता गोपाल राय ने मंगलवार को मीडिया को सूचित किया कि आतिशी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी। यह घोषणा दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव को दर्शाती है।
बीजेपी पर आरोप: पार्टी को तोड़ने और सरकार गिराने की कोशिश
गोपाल राय ने इस अवसर पर भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को तोड़ने और हमारी सरकार गिराने की हरसंभव कोशिश की। लेकिन हम उनकी हर कोशिश को नाकाम कर देने में सफल रहे हैं।” यह बयान आम आदमी पार्टी की मौजूदा राजनीति में भाजपा की भूमिका और उनकी योजनाओं के प्रति पार्टी की प्रतिक्रिया को उजागर करता है।
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी की नियुक्ति
अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद पार्टी ने आतिशी को मुख्यमंत्री बनाने पर सहमति जताई। इस निर्णय पर अंतिम मुहर पार्टी के विधायक दल की बैठक में लगी, जिसमें आतिशी के नाम को मंजूरी दी गई। यह बैठक सोमवार को आयोजित की गई थी और इसके बाद आतिशी को इस पद के लिए सबसे उपयुक्त उम्मीदवार माना गया।
आतिशी की कार्यशैली और अनुभव
आतिशी के नाम की पुष्टि के पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:
- महत्वपूर्ण मंत्रालयों की जिम्मेदारी: अरविंद केजरीवाल की जेल में उपस्थिति के दौरान आतिशी ने कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों और विभागों की जिम्मेदारी निभाई। उन्होंने इन जिम्मेदारियों को प्रभावी ढंग से संभाला और पार्टी के कार्यों को सुचारू रूप से चलाया।
- शिक्षा क्षेत्र में उपलब्धियां: मनीष सिसोदिया के शिक्षा मंत्री रहते हुए आतिशी ने शिक्षा क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण और प्रभावशाली कार्य किए। सिसोदिया की अनुपस्थिति में भी उन्होंने शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी संभाली और विभाग को कुशलतापूर्वक चलाया।
- केजरीवाल की विश्वासपात्र सहयोगी: आतिशी को अरविंद केजरीवाल की विश्वसनीय सहयोगी माना जाता है, जो उनके नेतृत्व में काम कर चुकी हैं और उनके विचारों और नीतियों को अच्छी तरह से समझती हैं।
पार्टी सूत्रों की पुष्टि
पार्टी से जुड़े कई सूत्रों ने बीबीसी से बातचीत में पुष्टि की कि आतिशी मौजूदा परिस्थितियों में सबसे उपयुक्त उम्मीदवार हैं। उनकी कुशलता, अनुभव और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा ने उन्हें इस महत्वपूर्ण पद के लिए सबसे उपयुक्त विकल्प बना दिया है।
आतिशी की नियुक्ति दिल्ली की राजनीति में एक नया अध्याय खोल सकती है और उनकी कार्यशैली और नेतृत्व से दिल्लीवासियों को नई दिशा मिल सकती है।