News By:Pulse24 News Desk
यूपी के सहारनपुर के नकुड़ क्षेत्र में बाल पुष्टाहार वितरण के लिए काम करने वाली स्वयं सहायता समूह की महिलाएं ब्लॉक कार्यालय पर एकत्रित हुईं और उप-जिलाधिकारी संगीता राघव को ज्ञापन सौंपा। महिलाओं ने 47 महीने से लंबित मजदूरी की मांग करते हुए सरकारी व्यवस्था के खिलाफ रोष व्यक्त किया।
महिलाओं ने बताया कि उन्हें अक्टूबर 2020 में आंगनबाड़ी केंद्रों पर राशन वितरण के लिए नियुक्त किया गया था, लेकिन तब से उनके भुगतान में लगातार देरी हो रही है। उन्होंने कहा कि उनकी मेहनत और योगदान के बावजूद उन्हें समय पर मजदूरी नहीं मिल रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है।
महिलाओं ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि उन्होंने कई बार अधिकारियों से संपर्क किया, लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर न केवल अपने हक के लिए आवाज उठाने की बात की, बल्कि यह भी कहा कि वे आगे भी आंदोलन करती रहेंगी, ताकि उनकी मांगों को गंभीरता से लिया जाए।
महिलाओं का कहना है कि यह केवल उनकी व्यक्तिगत समस्या नहीं है, बल्कि यह उन सभी महिलाओं की स्थिति को दर्शाता है जो सरकारी योजनाओं के अंतर्गत काम कर रही हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार उनकी मेहनत और योगदान को मान्यता दे और शीघ्रता से उनकी लंबित मजदूरी का भुगतान करे।
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इस मामले पर उप-जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया कि वह उनकी समस्याओं को संबंधित अधिकारियों के सामने उठाएंगी और उचित कार्रवाई के लिए प्रयास करेंगी। महिलाओं ने अपनी मांगों के समर्थन में एकजुटता दिखाई और आगे भी संघर्ष जारी रखने का संकल्प लिया।