News By:Pulse24 News Desk
जम्मू-कश्मीर- अपनी पुलिस सेवा के अंतिम दिन, पुलिस महानिदेशक , आरआर स्वैन ने सोमवार को शहीद नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए प्रताप पार्क लाल चौक पर बलिदान स्तंभ शहीद स्मारक का दौरा किया।
उन्होंने कहा कि अपनी 30 साल की सेवा के दौरान, उनका प्रयास यह सुनिश्चित करना था कि जम्मू-कश्मीर के लोग भयमुक्त माहौल में रहें और उनका मानना है कि उन्होंने अपनी भूमिका को अच्छी तरह से निभाया है।
डीजीपी स्वैन ने बलिदान स्तंभ पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि एक पुलिस अधिकारी के लिए बलिदान स्तंभ किसी पूजा स्थल से कम नहीं है।
ऐसे सैकड़ों शहीद नायक हैं जिन्होंने अपने उद्देश्य के लिए अपना जीवन तक बलिदान किया है।
यह मेरा कर्तव्य है कि मैं अपनी सेवा के अंतिम दिन सभी नायकों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करूं।
डीजीपी ने आगे कहा कि उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ आत्मा, शरीर और मन से जम्मू-कश्मीर में स्थायी शांति और सम्मान में योगदान करने की कोशिश करी है। मैंने लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाने और डर दूर करने की कोशिश की है।
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मैं सभी माताओं, बहनों, बच्चों, वृद्ध नागरिकों के साथ सभी को उनके समर्थन के लिए अपना आभार प्रकट करता हूं। मेरा मानना है कि जम्मू-कश्मीर में हर किसी को शांति का आनंद लेना चाहिए, ख़ुशी के साथ और भय से मुक्त जीवन जीना चाहिए। मुझे लगता है कि मैंने यह सब सुनिश्चित करने का अवसर पाया और अपने मकसद में सफल भी रहा हूँ।
डीजीपी स्वैन आज शाम अपना पद छोड़ देंगे और जम्मू-कश्मीर में लोग अब नलिन प्रभात को प्रदेश के नए पुलिस प्रमुख के रूप में देखेंगे।