News By:Pulse24 News Desk
झारखंड – हजारीबाग जिले के केरेडारी प्रखंड के चर्चित मां अष्टभुजी मंदिर कंडाबेर में शारदीय नवरात्र के अवसर पर दूर-दूर से श्रद्धालु आ रहे हैं और पूजा पाठ कर माता रानी से आशीर्वाद ले रहे हैं। आपको बता दें कि इस प्राचीन मंदिर के कई रहस्य छुपे है। वर्तमान में मुख्य पुजारी ज्योतिष आचार्य उमेश पाठक पूजारी हैं।
उन्हीं के परदादा स्वर्गीय भेखानंद पाठक थें जिनको 300 वर्ष पूर्व में माता रानी स्वप्न में दिखाई दिए स्वप्न के माध्यम से भारी जंगल में भेखानंद पाठक पहुंचे तो जो सपने में देखे थे वही माता रानी का प्रतिमा देखने को मिला। फिर झोपड़ी बनाकर मंदिर को स्थापित किया गया। धीरे-धीरे अब तक पूरे झारखंड में चर्चित हैं। माता रानी के पास जो भी आए हैं वह खाली हाथ नहीं गए हैं।
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दाहिने अंग से अपने आप फूल गिरना माता रानी को शुभ माना गया है और बिगड़े काम बनता है। वही नवरात्र के शुभ अवसर पर भाग्य आरती आयोजन के साथ 3 वर्षो से लोकप्रिय स्थानीय विधायक अंबा प्रसाद एवं पंचायत मुखिया दिनेश साव के सौजन्य से नवरात्र के नौ दिनों तक सुबह शाम भव्य भंडारा का आयोजन किया जा रहा हैं।