NewsBy-Pulse24 News Desk
उत्तराखंड- बच्चों के मनोरंजन के लिए मनोरंजक गतिविधियों के साथ साथ शैक्षिक गतिविधियां भी करवाई गई। जिनमें मेंढक दौड़, गुब्बारा दौड़, कुर्सी दौड़, चम्मच दौड़, रिंग बॉल, ड्राइंग गतिविधि, एक्शन वर्ड, जिग जैग गेम, शब्द लड़ी, पजल्स गेम, शब्दों के माध्यम से कविता लेखन, विज्ञान कला प्रदर्शनी आदि खेलों का आयोजन किया गया। इस मौके पर अनेकानेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य वेद प्रकाश सेमवाल ने कहा कि 14 नवंबर को पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन को बाल दिवस के रुप मे मनाते है।
पीएम नेहरू एक महान लेखक होने के साथ एक इतिहासकार भी थे, जिन्होंने आधुनिक भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। नेहरू को बच्चों से बहुत प्यार था। उस जमाने में बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे। इसलिए हर साल उनके जन्मदिन को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमें बच्चों को बाल तस्करी, बाल विवाह, यौन शोषण और बाल श्रम जैसी बुराइयों से बचाने के साथ यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं मिलें।
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आइए हम सब मिलकर उनके उज्जवल भविष्य के लिए काम करें क्योंकि बच्चे ही देश का भविष्य हैं।इस मौके पर व्यवस्थापक श्रीमती अमिता नौटियाल, संयोजक श्रीमती पिंकी आर्य, रजनी अवस्थी, विकास नौटियाल, राखी बिष्ट, लता सेमवाल, पार्वती राणा, अनुराधा रजनी मनीषा मतवान निधि शाह प्रवीण सिंह रावत सत्येंद्र सिंह राणा के साथ-साथ बड़ी संख्या में अभिभावक भी उपस्थित रहे।