News By:Pulse24 News Desk
- फतेहगढ़ साहिब थाना पुलिस को शनिवार रात एक 6-7 दिन की लावारिस बच्ची मिलने की घटना सामने आई, जिसने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी। इस बारे में जानकारी देते हुए सहायक थानेदार फतेहगढ़ साहिब पृथ्वी राज सिंह ने बताया कि अजय कुमार और उनके एक दोस्त ने बच्ची को सबसे पहले देखा। ये बच्ची ज्योति सरूप मोर के पास बनाए गए एक पार्क में अकेली पड़ी हुई थी, जहां कोई उसकी देखभाल के लिए मौजूद नहीं था।
- अजय कुमार और उनके दोस्त को जब बच्ची की यह हालत दिखाई दी, तो वे तुरंत सतर्क हो गए और उन्होंने तत्काल पुलिस को इस बारे में सूचित किया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई के तहत सहायक थानेदार पृथ्वी राज सिंह अपनी पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और बच्ची की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए तुरंत बाल कल्याण विभाग को सूचित किया।
- बाल कल्याण विभाग की ओर से भी त्वरित कार्रवाई की गई। बच्ची को तत्काल फतेहगढ़ साहिब के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका प्राथमिक उपचार किया गया और उसकी स्थिति की जांच की गई। डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की स्थिति स्थिर है, लेकिन उसकी उम्र को देखते हुए विशेष देखभाल की जरूरत है।
- पुलिस द्वारा इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। सहायक थानेदार पृथ्वी राज सिंह ने बताया कि यह बच्ची पार्क में कैसे और किसके द्वारा छोड़ी गई, इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आसपास के इलाकों में सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है और स्थानीय लोगों से पूछताछ की जा रही है ताकि बच्ची के परिवार या उसे यहां छोड़ने वाले व्यक्ति का पता लगाया जा सके।
- यह घटना न केवल पुलिस बल्कि स्थानीय समुदाय के लिए भी एक झटका है। स्थानीय लोग इस मामले को लेकर चिंता व्यक्त कर रहे हैं और बच्ची के भविष्य को लेकर फिक्रमंद हैं। पुलिस और बाल कल्याण विभाग के अधिकारी इस बच्ची की सुरक्षा और उसकी बेहतर देखभाल सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयासरत हैं।
- इस मामले ने एक बार फिर समाज में बढ़ते संवेदनहीनता और मानवता की कमी की ओर ध्यान आकर्षित किया है। इस बच्ची को सुरक्षित रखने और उसके भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए अब स्थानीय प्रशासन और समाज की जिम्मेदारी बनती है।
- इस घटना ने सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि किस तरह से समाज में ऐसे मामलों को रोकने और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है। फिलहाल, पुलिस और बाल कल्याण विभाग बच्ची की देखभाल और उसकी सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं, और इस मामले की जांच तेजी से की जा रही है ताकि सच सामने आ सके और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।