काशीपाली गांव में हुआ श्री गोविंद गोशाला के उद्घाटन का ऐतिहासिक कार्यक्रम

काशीपाली गांव में हुआ श्री गोविंद गोशाला के उद्घाटन का ऐतिहासिक कार्यक्रम

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सम्बलपुर, ओडिशा: 9 सितंबर 2024, शनिवार को ओडिशा के सम्बलपुर जिला स्थित रेंगाली ब्लॉक के काशीपाली गांव में एक ऐतिहासिक कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें श्री गोविंद गोशाला का उद्घाटन बड़े धूमधाम से हुआ। इस उद्घाटन समारोह का आयोजन दो दिवसीय उत्सव के रूप में किया गया, जिसमें ब्राह्मणों के मुखारविन्द से उच्चारित वेदमंत्रों के साथ गोशाला का पवित्र शिलान्यास और पूजा-अर्चना की गई।

गोशाला के निर्माण का मुख्य उद्देश्य गायों की सुरक्षा और उनके संरक्षण के लिए एक सुरक्षित आश्रय प्रदान करना था। इस कार्य की शुरुआत कई सालों के प्रयासों के बाद स्वाधीन एकता संगठन और अन्य सामाजिक संगठनों के संयुक्त प्रयासों से हुई।

इस महत्वपूर्ण अवसर पर गांव के स्थानीय निवासियों के साथ-साथ दूर-दूर से आए लोग भी मौजूद थे। उद्घाटन के दौरान, कलश यात्रा का आयोजन किया गया, जो गोशाला तक पहुंची। इस यात्रा में साधु संतों, राजनेताओं और समाज के प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया। इस आयोजन में स्थानीय लोग और आसपास के क्षेत्रों से आए लोग विशेष रूप से सम्बलपुर, कूचीडा, और सासन से भी शामिल हुए। सभी उपस्थित लोग हर्षोल्लास के साथ प्रसाद ग्रहण करते हुए गोशाला के उद्घाटन के साक्षी बने।

उद्घाटन कार्यक्रम में धार्मिक अनुष्ठान, पूजा अर्चना और वेद मंत्रोच्चारण के बीच गोशाला का विधिवत उद्घाटन किया गया। इस दौरान एक विशाल कलश यात्रा भी निकाली गई, जिसमें महिलाएं और पुरुष दोनों ने हिस्सा लिया और गांवभर में धूमधाम से इस आयोजन का हिस्सा बने।

स्वाधीन एकता संगठन और अन्य समाजसेवी संगठनों ने गोशाला के निर्माण के लिए अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से यह प्रोजेक्ट पूरा किया। गोशाला का निर्माण गायों के संरक्षण के लिए किया गया है, ताकि वे सुरक्षित और संरक्षित वातावरण में रह सकें।

कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी लोगों ने गोशाला के उद्घाटन को लेकर अपनी खुशी का इजहार किया। आयोजन के बाद एक सामूहिक भोज और प्रसाद वितरण का भी आयोजन किया गया, जिसमें सभी लोगों ने सम्मिलित होकर इस खुशी के मौके को और भी खास बना दिया।

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गोशाला के उद्घाटन के बाद, इसके प्रबंधन और देखरेख के लिए एक समिति का गठन भी किया गया, जो गोशाला की सफलता और गायों की सुरक्षा के लिए काम करेगी। इसके साथ ही, भविष्य में इस गोशाला को और भी विकसित करने के लिए कई योजनाएं बनाई जा रही हैं, ताकि यह लंबे समय तक गायों के लिए एक सुरक्षित घर साबित हो सके।


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