News By:Pulse24 News Desk
छत्तीसगढ़ , बलरामपुर: 11 सितंबर को शंकरगढ़ में अभिकारी कर्मचारी फेडरेशन द्वारा एक विशाल मसाल रैली का आयोजन किया गया। इस रैली का मुख्य उद्देश्य महंगाई भत्ते की देय राशि को लेकर सरकारी अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करना था।
रैली में सरकारी अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए, जिन्होंने प्रमुख मार्गों पर मसाल लेकर प्रदर्शन किया। इसके पश्चात, रैली का नेतृत्व करने वाले प्रतिनिधि ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन शंकरगढ़ के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) को सौंपा। ज्ञापन में महंगाई भत्ते की तात्कालिक वितरण की मांग की गई है।
मांगों का विवरण और आगामी कार्यक्रम
ज्ञापन में कर्मचारियों ने महंगाई भत्ते के लंबित भुगतान की तात्कालिक प्रक्रिया की मांग की है, जो उनकी आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रही है। फेडरेशन के पदाधिकारियों ने बताया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो वे 27 सितंबर को एक बड़े धरना प्रदर्शन का आयोजन करेंगे। रैली और ज्ञापन सौंपने के दौरान कर्मचारियों ने स्पष्ट किया कि वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक हैं और उनका यह प्रदर्शन उनकी उचित मांगों को पूरा करने के लिए एक निर्णायक कदम है।
संगठन की स्थिति और आंदोलन की दिशा
अभिकारी कर्मचारी फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने कहा कि इस आंदोलन का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों की समस्याओं को हल करवाना है, जिससे उनकी कार्यक्षमता और मनोबल में सुधार हो सके। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वे इस मुद्दे पर शीघ्रता से ध्यान दें और उनकी मांगों को प्राथमिकता पर पूरा करें।
संगठन ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका आंदोलन शांतिपूर्ण तरीके से किया जाएगा, और सभी कानूनी दायरे में रहकर अपनी आवाज उठाई जाएगी। 27 सितंबर को धरना प्रदर्शन की तैयारी शुरू कर दी गई है, और कर्मचारियों ने इस दिन व्यापक भागीदारी की योजना बनाई है।
इस रैली और ज्ञापन सौंपने के माध्यम से अभिकारी कर्मचारी फेडरेशन ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे अपने अधिकारों की रक्षा के लिए सक्रिय हैं और किसी भी प्रकार की अनदेखी के खिलाफ सख्त कदम उठाने को तैयार हैं। सरकार से अपेक्षा की जा रही है कि वह कर्मचारियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए शीघ्र समाधान प्रदान करें।