News By:Pulse24 News Desk
रांची, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन और विधायक कल्पना सोरेन ने रांची महिला महाविद्यालय के साइंस ब्लॉक में स्थित आदिवासी छात्रावास परिसर में आयोजित “करम पूजा महोत्सव” में भाग लिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पारंपरिक आदिवासी रीतिरिवाजों के अनुसार पूजा-अर्चना की और करम डाली को प्रणाम कर झारखंडवासियों की सुख, समृद्धि, शांति और उन्नति की कामना की।
मुख्यमंत्री का सम्बोधन और घोषणाएँ:
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने इस पर्व के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को करम पूजा महोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा, “हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि झारखंड की सभ्यता और संस्कृति सदैव आगे बढ़ती रहे।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि झारखंड सरकार ने राजधानी रांची में छात्र-छात्राओं के लिए एक मल्टी स्टोरेज हॉस्टल बनाने का निर्णय लिया है।
मल्टी स्टोरेज हॉस्टल की घोषणा:
मुख्यमंत्री ने बताया कि यह मल्टी स्टोरेज हॉस्टल लगभग 50 करोड़ रुपए की लागत से बनाया जाएगा। यह कदम राज्य में शिक्षा के स्तर को सुधारने और छात्रों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
सीएम एक्सीलेंस स्कूलों की योजना:
मुख्यमंत्री ने सीएम एक्सीलेंस स्कूलों की योजना की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 80 विद्यालयों को सीएम एक्सीलेंस स्कूल के रूप में अपग्रेड किया जा चुका है। आगामी समय में राज्य के भीतर 5 हजार सीएम एक्सीलेंस स्कूल संचालित किए जाएंगे।
पारंपरिक उत्सव और वाद्य यंत्र:
इस अवसर पर मुख्यमंत्री और विधायक कल्पना सोरेन ने आदिवासी पारंपरिक वाद्य मांदर बजाकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों को प्राकृतिक पर्व करम पूजा की शुभकामनाएं दी और आदिवासी संस्कृति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताई।
अन्य गणमान्य लोग:
इस कार्यक्रम में विधायक शिल्पी नेहा तिर्की सहित अन्य गणमान्य लोग भी उपस्थित थे। सभी ने मिलकर करम पूजा महोत्सव की खुशी मनाई और झारखंड की सांस्कृतिक धरोहर को बनाए रखने की दिशा में साझा प्रयासों पर जोर दिया।
करम पूजा महोत्सव के इस आयोजन ने झारखंड की सांस्कृतिक विविधता और आदिवासी परंपराओं को संरक्षित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की घोषणाएँ, जिसमें मल्टी स्टोरेज हॉस्टल और सीएम एक्सीलेंस स्कूलों की योजना शामिल है, राज्य के शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ी पहल है। इस प्रकार के कार्यक्रम और घोषणाएँ झारखंड के विकास और सांस्कृतिक समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होंगी।